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तीन शौचालयों ने गिराई मुरादाबाद की रैंकिंग, ओडीएफ प्लस प्लस की श्रेणी से हुआ बाहर

Moradabad News स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ प्लस-प्लस में तीन शौचालय के रखरखाव ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। बंगला आशियाना के शौचालयों में सफाई व्यवस्था व रखरखाव ठीक नहीं मिलने पर ओडीएफ प्लस-प्लस 2022 से बाहर हो गया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 04:58 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 04:58 PM (IST)
तीन शौचालयों ने गिराई मुरादाबाद की रैंकिंग, ओडीएफ प्लस प्लस की श्रेणी से हुआ बाहर
Moradabad News : ओडीएफ प्लस-प्लस का प्रमाण पत्र मिलने के बाद रखरखाव में मिली खामियां

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad News : स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ प्लस-प्लस में तीन शौचालय के रखरखाव ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। बंगला, आशियाना के शौचालयों में सफाई व्यवस्था व रखरखाव ठीक नहीं मिलने पर ओडीएफ प्लस-प्लस 2022 से बाहर हो गया है। जबकि नगर निगम को ओडीएफ प्लस-प्लस का प्रमाण पत्र 2021 में मिल चुका है।

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इस ओडीएफ प्लस-प्लस का प्रमाण पत्र मिलने के बाद रखरखाव का दोबारा सत्यापन अप्रैल में हुआ था। इसमें आशियाना के शौचालय में बल्ब खराब मिला था जबकि बंगला गांव के शौचालय का हैंडिल टूटा और गंदगी मिली थी। तीसरा शौचालय रेलवे स्टेशन के पास साफ तो मिला लेकिन, महिलाओं के लिए शौचालय में जरूरी सामान में सेनेट्री पैड नहीं थे और पैड नष्ट करने वाली मशीन व हाथ सुखाने वाली मशीन खराब थी।

ओडीएफ प्लस-प्लस के तहत शौचालय के सर्वे में दिल्ली से आई टीम को 30 सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय में तीन में रखरखाव ठीक नहीं मिला था। नगर निगम दोबारा सत्यापन की रिपोर्ट पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण टीम भारत सरकार से पत्राचार किया है। इसमें कहा है कि बल्ब खराब, शौचालय का हैंडिल खराब व गंदगी ऐसी समस्या है, जिसे समय-समय पर ठीक कराते हैं और यह चीजें स्वाभाविक रूप से खराब होने पर बदली जा सकती हैं।

अधिकांश शौचालयों में सफाई पर तारीफ भी मिलीः ओडीएफ प्लस-प्लस के सर्वे में 30 शौचालयों में सफाई अच्छी मिलने पर एसेसमेंट स्टेटस की रिपोर्ट में बहुत अच्छा भी लिखा गया है। इनमें नौ शौचालयों में बहुत अच्छा भी स्टेटस में दिया गया है।

शौचालयों की स्वच्छता में अब तक परिणाम

2017 321

2018 274

2019 195

2020 117

2021 108

प्लस शौचालयों के रखरखाव खामियों के लिए जिम्मेदारः सफाई निरीक्षक, जोनल सफाई निरीक्षक और अपर नगर आयुक्त प्रथम जिम्मेदार हैं। बीते पांच सालों में ओडीएफ, ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस का प्रमाण पत्र मिल चुका है। इसमें ओडीएफ में शहर शौच मुक्त, ओडीएफ प्लस में शौचालयों की सफाई व्यवस्था और ओडीएफ प्लस प्लस में सफाई के साथ महिलाओं के लिए सेनेट्री पैड, पैड नष्ट करने वाली इंसीनरेटर मशीन और हाथ सुखाने वाली मशीन की सुविधा होनी चाहिए। यह सुविधा मिलने पर 2021 में ओडीएफ प्लस प्लस का प्रमाण पत्र नगर निगम को मिल चुका है। लेकिन, अप्रैल इसके सत्यापन में रखरखाव ठीक नहीं मिला। इस प्रक्रिया में सुधार का दावा तो किया जा रहा है, पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई पर अलग-अलग सफाई दी जा रही है।

नगर आयुक्त संजय चौहान ने बताया कि ओडीएफ प्लस-प्लस का प्रमाण पत्र हमें मिल चुका है। अप्रैल में ओडीएफ प्लस प्लस में जिन खामियों को बताया गया है, वह ऐसी हैं जो रखरखाव के बाद भी समस्या आ जाती है। बल्ब व हैंडिंल खराब को बदला जा सकता है। हमने दोबारा सत्यापन की रिपोर्ट के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण भारत सरकार को पुन: संज्ञान लेने को पत्राचार किया है।


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