Moradabad Postal Department News : मांगिए मदद, डाक विभाग विदेश से आने वाली सामग्री को जल्द कराएगा उपलब्ध
डाक विभाग कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद देश के अंदर पार्सल द्वारा आने वाली दवाएं जीवन रक्षक उपकरण आदि को कम समय में पहुंचाने का काम कर रहा है। इसके लिए विभाग की ओर से हेल्पलाइन डेस्क की भी शुरुआत की गई है।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। विदेश से कम समय में दवा, जीवन रक्षक उपकरण या अन्य आवश्यक वस्तु मंगानी हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस डाक विभाग को वाट्सएप कीजिए और कम समय पर विदेश से आने वाली सामग्री उपलब्ध हो जाएगी। डाक विभाग व सीमा शुल्क विभाग ने कोरोना काल में मदद करने के लिए हेल्पलाइन डेस्क बनाई है।
डाक विभाग कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद देश के अंदर पार्सल द्वारा आने वाली दवाएं, जीवन रक्षक उपकरण आदि को कम समय में पहुंचाने का काम कर रहा है। इसके लिए पार्सल से दवा मंगाने वाले को स्थानीय डाकघर के अधिकारियों को पार्सल की विस्तृत जानकारी देनी होगी। इसी तरह से गंभीर रोग से पीड़ित की दवा विदेश से पार्सल द्वारा आती है। कोरोना संक्रमण के बाद दवाओं साथ आक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटीलेटर भी विदेश से मंगाए जा रहे हैं। विदेश से आने वाली सामग्री सीमा शुल्क समेत कई अन्य विभागीय जांच से गुजरती है। सभी विभाग की जांच में ठीक पाए जाने पर डाक विभाग संबंधित व्यक्ति, अस्पताल व संस्थान को पार्सल को पहुंचाता है। सामग्री भारत में आने के बाद भी उपभोक्ता तक पहुंचने में एक माह से अधिक का समय लग जाता है। कोरोना संक्रमण फैलने के कारण डाक विभाग व सीमा शुल्क विभाग ने विदेश से जीवन रक्षक दवाएं, उपकरण व अन्य आवश्यक वस्तु मंगाने वालों की मदद का फैसला लिया है। इसके लिए हेल्पलाइन डेस्क तैयार की गई है। विदेश से आने वाले पार्सल एक माह के बजाय एक सप्ताह से कम समय में लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए पार्सल मंगाने वालों को पहल करनी हाेगी। डाक विभाग ने इसके लिए दो नोडल आफिसर बनाए हैं। नोडल आफिसर अरविंद कुमार-9868378497 व पुनीत कुमार 9536623331 के इस नंबर पर वाट्सएप या ई मेल पर adgim2@indiapost.gov.inया dop.covid19@gmail.com भेजकर अनुरोध कर सकते हैं। इसमें पार्सल मांगने वालों का नाम, मोबाइल नंबर, ई मेल आइडी, पार्सल की की ट्रैकिंग आइडी, पोस्टिंग भेजना पड़ेगा। प्रवर डाक अधीक्षक वीर सिंह ने बताया कि विदेश से पार्सल द्वारा दवाई आदि मांगने वालों को मदद करने के लिए हेल्पलाइन डेस्क बनाई गई है। कम समय में पार्सल पहुंचाने पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।