मुरादाबाद, जागरण संवाददाता: जिले में बिना पंजीयन के दर्जनों अस्पताल खुले हैं, जो मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे। इसी तरह बिना पंजीयन के दर्जनों पैथ लैब शहर और देहात क्षेत्रों में संचालित हो रही हैं। इनकी रिपोर्ट के आधार पर मरीज की बीमारी का कैसे पता चलेगा। मंगलवार को सीएमओ कार्यालय की टीम ने पाकबड़ा में बिना पंजीयन के चलाई जा रही पैथलैब को सील कर दिया। इनके पास कोई पत्र नहीं मिले थे।
मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप पाकबड़ा, करूला, डींगरपुर, ताजपुर, रामपुर दोराहा, कांठ रोड आदि क्षेत्रों में दुकानें लिए बैठे हैं। मरीज भर्ती होने के बाद इनका सीधा मकसद वसूली का होता है। मरीज जिंदा रहे या फिर मर जाए। इन लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
मंगलवार को उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. संजीव बेलवाल टीम के साथ पाकबड़ा पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम की जानकारी मिलते ही झोलाछाप में खलबली मच गई। सभी अपनी-अपनी दुकानों के शटर गिराकर भाग निकले। डींगरपुर रोड पर मार्डन पैथलैब पर पहुंचे। चिकित्सक और पत्रों के बारे में जानकारी की गई। जवाब नहीं मिलने पर लैब को सील कर दिया गया। इसके बाद पैथ केयर पैथोलॉजी लैब पर भी चिकित्सक, पत्र नहीं मिले। इस पैथ लैब को भी सील कर दिया।
यह बोले जिम्मेदार
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. संजीव बेलवाल ने बताया कि पैथलैब्स की शिकायतें स्वास्थ्य विभाग को मिल रहीं थीं। जांच कराने पर पता चला कि इनका पंजीयन सीएमओ कार्यालय में नहीं था। मौके पर चिकित्सक और पंजीयन से जुड़े पत्र नहीं मिले। इसके बाद सील लगा दी गई है। बाकी जांच आगे भी की जाएगी।