मुरादाबाद में अंतिम संस्कार काे नगर निगम ने खरीदी 100 क्विंटल लकड़ी, करा रहा लावारिस व काेराेना संक्रमिताें का अंतिम संस्कार
नदियों में शव बहाने का मामला शहर में अभी भले न आया हो लेकिन शासनादेश के तहत नगर निगम ने लावारिस शवों के अंतिम संस्कार व श्मशान घाट पर आने वाले कोरोना संक्रमितों के शवों के लिए लकड़ी का इंतजाम कर लिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। नदियों में शव बहाने का मामला शहर में अभी भले न आया हो लेकिन, शासनादेश के तहत नगर निगम ने लावारिस शवों के अंतिम संस्कार व श्मशान घाट पर आने वाले कोरोना संक्रमितों के शवों के लिए लकड़ी का इंतजाम कर लिया है। नगर निगम ने सौ क्विंटल लकड़ी खरीदकर श्मशान घाटों को पहुंचाना शुरू कर दिया है।
शासन के निर्देश पर लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के संबंध में नगर निगम के अधिकारियों ने श्मशान घाट कमेटियों के साथ बैठक की थी। इसमें कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार नगर निगम के मद से होने पर रणनीति बनी थी। साथ ही लावारिस शवों का खर्च भी नगर निगम उठाएगा।
अब नगर निगम ने खुद लकड़ी खरीदकर लालबाग समेत रामगंगा विहार, लोकाशेड व गुलाबबाड़ी श्मशान घाट पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। अगर रामगंगा में शवों बहने का मामला संज्ञान में आता है, तो श्मशान घाट पर इन्हीं लकड़ी से अंतिम संस्कार कराया जाएगा।
कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट प्रबंध समितियों को 4,200 रुपये नगर निगम को देने थे लेकिन, नगर निगम ने शवों के अंतिम संस्कार को लकड़ी भेजना शुरू कर दिया है। इससे पूर्व नगर निगम रामगंगा विहार, गुलाबबाड़ी व लोकोशेड पर अंतिम संस्कार कराने को अतिरिक्त प्लेटफार्म बना चुका है।
नगर निगम का दावा है शहर में अभी तक कोई शव रामगंगा नदी में बहाने का मामला सामने नहीं आया है। अतिरिक्त प्लेटफार्म बनाने से पर्याप्त संख्या में प्लेटफार्म हैं। अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने बताया कि श्मशान घाटों पर लकड़ी पहुंचाना शुरू कर दिया है।