मुरादाबाद के कुशांक हत्याकांड में दो सगे भाई गिरफ्तार, मां बोलीं- घटना के समय दोनों थे घर पर, सीसीटीवी है साक्ष्य
Moradabad Kushank Murder Case स्पोर्ट्स कारोबारी कुशांक गुप्ता हत्याकांड में पुलिस ने तीन दिन बाद बिना किसी ठोस नतीजे के नामजद दो आरोपितों को जेल भेज दिया। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने शनिवार को आरोपित प्रियांशु गोयल और हिमांशु गोयल को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Kushank Murder Case : स्पोर्ट्स कारोबारी कुशांक गुप्ता हत्याकांड में पुलिस ने तीन दिन बाद बिना किसी ठोस नतीजे के नामजद दो आरोपितों को जेल भेज दिया। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने शनिवार को आरोपित प्रियांशु गोयल और हिमांशु गोयल को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया कि हत्या किसने और कैसे की थी। कुशांक के स्वजन के बढ़ते दबाव के बाद नामजद आरोपितों को जेल भेजकर पुलिस ने खानापूर्ति करने की कार्रवाई कर दी।
बीते 12 जनवरी की शाम को रामगंगा विहार में दुकान बंद करके घर जा रहे स्पोर्ट्स कारोबारी कुशांक गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के पिता अशोक गुप्ता ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर बिजनौर जनपद के नूरपुर थाना क्षेत्र के कबीर नगर निवासी पंकज गोयल और उनके दो बेटे प्रियांशु और हिमांशु पर हत्या का आरोप लगाया था। सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी जांच की जा रही है। कोई भी संदिग्ध जांच के दायरे से बाहर नहीं है। जल्द ही शूटरों को गिरफ्तार कर इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई का परिवार ने किया विरोधः जेल भेजे गए नामजद आरोपितों की मां रितु गोयल ने डीआइजी शलभ माथुर को शिकायत पत्र भेजकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि उनके पति और बेटे निर्दोष हैं। घटना के समय सभी घर पर मौजूद थे। उनकी मौजूदगी के साक्ष्य भी सीसीटीवी फुटेज में उपलब्ध है। शनिवार को जब दोनों सगे भाईयों को जेल भेजा गया तो पूरे परिवार का सब्र टूट गया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि 22 जनवरी को घर में आरोपितों की बहन की शादी है।
नेताओं, बिल्डर और रसूखदार लोगों के बीच घूमती रही शक की सुईः पुलिस सौ से अधिक लोगों से पुलिस ने इस मामले में पूछताछ की। जबकि छह से अधिक लोगों को थाने में लाकर पूछताछ की गई। लेकिन इसके बाद भी इस हत्याकांड की साजिश के तार किससे जुड़े हैं, इसका पता नहीं लगा सकी। जांच के दौरान नेता, बिल्डर के साथ ही कुछ रसूखदार भी शक के दायरे में आए हैं। बीते दो साल में कुशांक का जिन भी छह से सात लोगों से विवाद हुआ, उन सभी को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने पूछताछ की। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि इस मामले की अभी जांच जारी है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।