Moradabad Kanth Loudspeaker controversy case : एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए नगर विधायक, अब 31 मार्च को होगी सुनवाई
कांठ बवाल को लेकर एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई जारी है। गवाहों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। बीती तारीख पर तीन सिपाहियों के बयान दर्ज हुए थे। धिवक्ताओं के कार्य से विरत रहने के कारण मंगलवार को कांठ मामले की सुनवाई नहीं हो सकी।
मुरादाबाद, जेएनएन। अधिवक्ताओं के कार्य से विरत रहने के कारण मंगलवार को कांठ मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। हालांकि नगर विधायक रितेश गुप्ता समेत अन्य कई भाजपा नेता कोर्ट परिसर में मौजूद रहे। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 31 मार्च तय की है।
यह है पूरा मामला
जुलाई 2014 को कांठ के अकबरपुर चेंदरी गांव में मंदिर से लाउडस्पीकर उतारने को लेकर विवाद हुआ था। चार जुलाई 2014 को एक पक्ष ने महापंचायत बुलाई थी। पंचायत के दौरान ही विवाद हो गया था। भीड़ ने पथराव किया तो बचाव में आए पुलिस कर्मियों ने लाठी चार्ज कर दिया। रेल यातायात भी घंटों के लिए प्रभावित हो गया था। पथराव और मारपीट में पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के अलावा तमाम लोग चोटिल हो गए थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने बवाल पर काबू पाया था। इस मामले में दर्ज तीन एफआइआर में पंचायती राजमंत्री भूपेंद्र सिंह, नगर विधायक रितेश गुप्ता, पूर्व महानगर अध्यक्ष महेंद्र गुप्ता, दिनेश ठाकुर और विकास जैन समेत तमाम सियासी लोगों को नामजद किया गया था। करीब 69 लोग इस मामले में जेल भी जा चुके हैं। अब भाजपाइयों पर दर्ज इस मामले की वापसी पर सुनवाई स्थानीय एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है।
कांठ बवाल में भाजपाइयों पर दर्ज मामले में मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी। सुनवाई के दौरान शहर विधायक समेत कई अन्य आरोपी भाजपाई कोर्ट में मौजूद रहे। अधिवक्ताओं के हड़ताल पर होने के कारण कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 31 मार्च की तारीख नियत की है।
दर्ज हो रहे गवाहों के बयान
कांठ बवाल को लेकर एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई जारी है। गवाहों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। बीती तारीख पर तीन सिपाहियों के बयान दर्ज हुए थे। रितेश गुप्ता समेत अन्य आरोपी भाजपाई पेश हुए। विशेष अभियोजन अधिकारी मोहनलाल विश्नोई ने बताया कि एक अधिवक्ता के निधन के कारण सुनवाई टल गई।