Move to Jagran APP

मुरादाबाद को मिला 30 बेड का ईएसआइ अस्पताल, मिलेगी राहत Moradabad News

कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत मुरादाबाद में श्रमिकों के लिए 30 बेड का अस्पताल स्वीकृत किया गया है। अस्पताल के लिए जमीन उपलब्ध कराने के संबंध में जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 01:09 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 06:34 AM (IST)
मुरादाबाद को मिला 30 बेड का ईएसआइ अस्पताल, मिलेगी राहत Moradabad News

मुरादाबाद, जेएनएन। कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत मुरादाबाद में श्रमिकों के लिए 30 बेड का अस्पताल स्वीकृत किया गया है। अस्पताल के लिए जमीन उपलब्ध कराने के संबंध में जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। इसके साथ ही मुरादाबाद ईएसआइ डिस्पेंसरी में डाक्टरों की तैनाती के लिए भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, कर्मचारी राज्य बीमा, श्रम चिकित्सा सेवाएं से मांग रखी गई है। यह कार्रवाई लघु उद्योग भारती की ओर से उठाई गई मांग के आधार पर हुई है।

loksabha election banner

छह हजार करोड़ से अधिक का होता है निर्यात

मुरादाबाद न केवल पीतलनगरी बल्कि निर्यात नगरी के नाम से विख्यात है। यहां से हर साल छह हजार करोड़ से अधिक का निर्यात होता है। इतने बड़े निर्यात को करने वाली एक्सपोर्ट फर्मों में करीब 60 हजार कर्मचारी ऐसे हैं जिनके वेतन से ईएसआइ की मद में कटौती होती है। इन कर्मचारियों का सालाना करोड़ों रुपये जमा होता है, लेकिन मुरादाबाद में ईएसआइ की ओर से चिकित्सा सुविधा के नाम पर कटघर महबुल्लागंज में एक खंडहरनुमा भवन में डिस्पेंसरी चल रही है। जहां चिकित्सा सुविधा केवल सर्दी जुखाम और बुखार की दवा के अलावा मरहम पट्टी तक सीमित हैं। इस कारण निर्यातकों की सभी एसोसिएशन समय-समय पर मांग उठाई जाती रही हैं। वहीं, लघु उद्योग भारती की ओर मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया था। इसमें मुद्दा रखा गया कि कि बरेली में 35 हजार बीमांकित कर्मचारी होने के बावजूद 100 बेड का अस्पताल है। इसलिए मुरादाबाद में भी ईएसआइ का अस्पताल होना चाहिए। इसके बाद से अस्पताल के लिए प्रक्रिया शुरू हुई। निदेशक कर्मचारी राज्य बीमा योजना, श्रम चिकित्सा सेवाएं ने मुरादाबाद में 30 बेड का अस्पताल निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की है।

अनुबंधित अस्पतालों में करा सकते हैं इलाज

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय ने प्रभारी अधिकारी को पत्र लिखकर पूरी जानकारी से अवगत कराया है। इसके साथ पत्र में लिखा है कि आकस्मिक स्थिति में बीमांकित कर्मचारी व उनके परिजन अनुबंधित अस्पतालों में सीधे भर्ती होकर उपचार करा सकते हैं, इसके लिए ई-पहचान की पत्र की आवश्यकता होगी। सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में रेफर कराने की भी सुविधा है। इसमें एशियन विवेकानंद से से अनुबंध है, दो अन्य अस्पतालों को अनुबंधित करने की प्रक्रिया चल ही है। लघु उद्योग भारती के चेयरमैन अमित अग्रवाल ने बताया कि अब ईएसआइ चिकित्सा की सुविधा बेहतर होंगी और जल्द ही अस्पताल निर्माण शुरू हो पाएगा।  

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.