Moradabad DPS से दस शिक्षक दे चुके हैं इस्तीफा, 300 छात्रों ने छोड़ा स्कूल, प्रशासन सिर्फ दे रहा आश्वासन
Moradabad DPS Franchise Dispute Case दिल्ली पब्लिक स्कूल(डीपीएस) की फ्रेंचाइजी खत्म हुए 52 दिन बीत चुके हैैं इस अवधि में 10 शिक्षकों ने इस्तीफा दे दिया है 1500 में 300 विद्यार्थियों ने स्कूल छोड़ दिया है। लेकिन जिला प्रशासन है सिर्फ आश्वासन ही दे रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad DPS Franchise Dispute Case : दिल्ली पब्लिक स्कूल(डीपीएस) की फ्रेंचाइजी खत्म हुए 52 दिन बीत चुके हैैं, इस अवधि में 10 शिक्षकों ने इस्तीफा दे दिया है, 1500 में 300 विद्यार्थियों ने स्कूल छोड़ दिया है। लेकिन जिला प्रशासन है सिर्फ आश्वासन ही दे रहा है। अभी तक कोई ठोस कदम प्रशासन की ओर से नहीं उठाया गया है। सिर्फ बैठक करने की बात ही कही जा रही है। टालमटोल के इस रवैये से 1200 विद्यार्थियों के सामने अनिश्चतता की स्थिति बनी हुई है।
एक अप्रैल 2022 को डीपीएस की फ्रेंचाइजी खत्म होने पर अभिभावक कई बार प्रदर्शन कर चुके हैैं। जिम्मेदार अधिकारियों से भी मुलाकात कर चुके हैैं। इसके अलावा शिक्षकों द्वारा इस्तीफे का नोटिस देने का सिलसिला बना हुआ है। 10 शिक्षक स्कूल को अलविदा कह भी चुके हैैं। इस अवधि में जिलाधिकारी व एडीएम सिटी ने कई बार कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कार्रवाई के नाम पर माना जाए तो सीबीएसई द्वारा दूसरे स्कूल में हाई स्कूल व इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की परीक्षा करा दी गई। इसके अलावा अभिभावकों के प्रदर्शन के बाद बंद स्कूल को दोबारा खुलवाया गया, लेकिन अपने बच्चों का डीपीएस के नाम पर प्रवेश कराने वाले अभिभावक आज भी फ्रेंचाइजी को लेकर असमंजस में हैैं।
ऐसे खुला मामलाः सत्र के शुरू होने पर सबसे पहले ट्रांसपोर्टेशन शुरू नहीं होने पर अभिभावकों ने डीपीएस में हंगामा किया। मामला मझोला थाने पहुंचा तो मामला खुलकर आया कि डीपीएस की फ्रेंचाइजी खत्म हो चुकी है। इसके पीछे स्कूल में मानकों के विपरीत कई काम बताए गए। साथ ही स्कूल ट्रस्टियों में भी मतभेद था। बताया जाता है कि छह ट्रस्टी में पांच एक ओर हैैं और एक दूसरी ओर।
आज डीएम से मिलेंगे अभिभावक अभिभावकः सोमवार को जिलाधिकारी व एडीएम सिटी से फिर मिलेंगे। उनका कहना है कि फ्रेंचाइजी खत्म होने से बच्चों के भविष्य पर संशय है। उन्होंने बच्चों का प्रवेश डीपीएस के नाम पर कराया था, अब फ्रेंचाइजी खत्म होने पर पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। डीपीएस के एक ट्रस्टी के आपत्ति करने पर बैैंक आफ बड़ौदा बुद्धि विहार में स्कूल का खाता सीज कर दिया है। इस वजह से स्कूल में कार्यरत स्टाफ के वेतन का संकट भी उत्पन्न हो गया है। हालांकि खाता शुरू कराने की कवायद चल रही है, अभी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकल पा रहा है।
बोले अभिभावकः अभिभावक संगीता रस्तोगी ने कहा कि डीपीएस फ्रेंचाइजी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से आश्वासन मिला था। लेकिन, ट्रस्टी की ओर से इस दिशा में क्या प्रयास हुए, इसकी जानकारी ही नहीं दी जा रही है। जिससे अब दोबारा जिलाधिकारी से मिलने का मन बनाया है। अभिभावक दिलीप कुमार गौतम ने कहा कि अभिभावकों को ट्रस्ट ने झांसे में रखा। जिससे जिलाधिकारी से मिलकर फ्रेंचाइजी संबंधी जानकारी लेंगे। मुरादाबाद पेरेंट्स आफ आल स्कूल के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि डीपीएस प्रकरण में जिलाधिकारी से मिलेंगे। बच्चों के भविष्य को लेकर अनिश्चिता बनी हुई है। अभिभावकों को जिला प्रशासन के माध्यम से जवाब चाहिए कि फ्रेंचाइजी मिलेगी या नहीं।
क्या कहते हैं विधायकः मुरादाबाद नगर विधायक रितेश गुप्ता ने बताया कि डीपीएस की फ्रेंचाइजी खत्म हुई। लेकिन, अभी सीबीएसई से मान्यता है। डीपीएस के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। जिलाधिकारी से मिलकर संबंध में वार्ता की जाएगी कि ट्रस्टी से फ्रेंचाइजी को लेकर क्या प्रयास अब तक हुए हैं।