मुरादाबाद के चेन स्नेचरों ने दी पुलिस को चुनौती, 15 दिनों में तीसरी बार लूटी चेन
Chain snatching in Moradabad महिलाओं ने पुलिस कार्रवाई के डर से नहीं दर्ज कराई एफआइआर। रामगंगा विहार चौकी के पास लुटेरे महिला का चेन लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने भी इस मामले में मुकदमा दर्ज करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
मुरादाबाद, जेएनएन। Chain snatching in Moradabad सिविल लाइन थाना क्षेत्र में चेन स्नेचरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। पुलिस एक तरफ पुराने चेन स्नेचरों की घर-घर जाकर सत्यापन करने का काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर चेन स्नेचर थाने और चौकी से चंद कदमों की दूरी पर चेन लूट की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती देने में जुटे हुए हैं।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में 15 दिनों में तीसरी चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दिया गया है। हालांकि इस मामले में पीडि़त महिलाओं ने पुलिस कार्रवाई के डर से किसी भी प्रकार की तहरीर थाने में नहीं दी है। जिसके बाद तीसरी चेन स्नेचिंग का प्रकरण पुलिस के कागजों में दर्ज नहीं हो पाया है। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पूर्व थाने से कुछ दूरी पर इंजीनियर की पत्नी के साथ चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस घटना से ठीक सात दिन पहले भी पीएसी तिराहे पर एक दंपती के साथ चेन स्नेचिंग की गई थी। वहीं तीसरी वारदात बुधवार को शाम करीब साढ़े सात बजे रामगंगा विहार चौकी से चंद कदम की दूरी पर की गई। टीडीआइ सिटी निवासी एक महिला किसी काम से घर से बाहर निकली थी,तभी सेल टैक्स दफ्तर के पास चेन स्नेचर उनकी चेन लेकर भाग गए। सूचना मिलने पर मौके पर एसपी सिटी अमित कुमार आनंद, एएसपी सिविल लाइन कुलदीप सिंह गुनावत के साथ एसओ सिविल लाइन नवल मारवाह पहुंचे थे। अफसरों ने चेन स्नेचिंग का शिकार हुई महिलाओं से बातचीत की थी,लेकिन महिलाएं पुलिस कार्रवाई के डर से मुकदमा दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं हुई। पुलिस ने भी इस मामले में मुकदमा दर्ज करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। हालांकि रामगंगा विहार चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार ने मौखिक रूप से मिली जानकारी के आधार पर सूचना को दर्ज कर लिया था।
पुलिस कार्रवाई के डर नहीं दर्ज होते मुकदमे
जिले के 20 थाना क्षेत्रों में आए दिन चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दिया जाता है। लेकिन महिलाएं ज्यादातर थाने जाने के डर से मुकदमा दर्ज कराने से बचती है। रामगंगा विहार कॉलोनी में हुई वारदात में भी यही हुआ। महिलाएं संपन्न घर-परिवार से थी,इसीलिए उन्होंने भी मुकदमा दर्ज कराने से इन्कार कर लिया। वहीं इस का फायदा उठाकर स्नेचर बेखौफ होकर इन घटनाओं का अंजाम देने में जुटे रहते हैं।.
पांच सालों में 91 मुकदमे स्नेचिंग और लूट के दर्ज
सिविल लाइन थाना क्षेत्र में साल 2015 से अभी तक 91 मुकदमे चेन स्नेचिंग,पर्स लूट वारदात के दर्ज किए गए हैं। इन मुकदमों में जिन आरोपितों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी,उन सभी का पुलिस अब घर-घर जाकर सत्यापन करने का काम कर रही है। थाना प्रभारी के अनुसार उनके थाना क्षेत्र 91 दर्ज मुकदमे में केवल 45 आरोपित ही रहने वाले हैं,जबकि 46 आरोपित शहर और देहात थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
युवा दे रहे स्नेचिंग की वारदात को अंजाम
सिविल लाइन क्षेत्र में अभी तक दर्ज किए गए 91 मुकदमों में संलिप्त रहे आरोपितों की उम्र बहुत अधिक नहीं है। स्नेचिंग की वारदात में सम्मलित रहे ज्यादातर मामलों में आरोपितों की उम्र 18 से 27 वर्ष के बीच है। ऐसे में नए अपराधियों की पहचान कर पाना भी पुलिस के लिए पहेली बनता जा रहा है।
रामगंगा विहार में सेलटैक्स दफ्तर के पास एक महिला के साथ चेन स्नेचिंग की वारदात हुई थी। लेकिन महिलाओं ने तहरीर देने से इन्कार कर दिया था। फिर भी हम मामले की छानबीन करने में जुटे हैं।
नवल मारवाह,प्रभारी निरीक्षक,सिविल लाइन