उत्पाती हाथियों को पकड़वाने आईं गंगा, चमेली और सुलोचना Rampur News
बिलासपुर (रामपुर)। नेपाल के जंगलों से भटककर आए दो उत्पाती हाथियों को पकडऩे के लिए कई राज्यों से टीम आ गई हैं। दुधवा नेशनल पार्क से तीन ट्रेंड हथिनी एक हाथी भी लाया गया है।
रामपुर, जेएनएन। नेपाल के जंगलों से भटककर आए दो जंगली उत्पाती हाथियों को पकडऩे के लिए कई राज्यों से टीम आ गई हैं। दुधवा नेशनल पार्क से तीन ट्रेंड हथिनी और एक हाथी भी लाया गया है। यह हाथी अब तक चार लोगों की जान ले चुके हैं।
इनके नाम गंगा, चमेली, सुलोचना और गजराज
डीएफओ एके कश्यप ने बताया दुधवा नेशनल पार्क लखीमपुर खीरी से तीन ट्रेंड हथिनी और एक हाथी लाया गया है। इनके नाम गंगा, चमेली, सुलोचना और गजराज हैं। इनके माध्यम से दोनों जंगली हाथियों को घेरकर बेहोश किया जाएगा। आज बारिश होने की वजह से यह काम नहीं हो सका।
नेपाल के रास्ते घुसे उत्तर प्रदेश में बरेली, बहेड़ी, बिलासपुर फिर उत्तराखंड में उत्पात मचाया
तकरीबन दो सप्ताह पहले नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश के जंगलों के जरिये दो जंगली हाथियों ने बरेली, बहेड़ी, बिलासपुर फिर उत्तराखंड में उत्पात मचाया था। दोनों हाथी उत्तराखंड में उत्पात मचाने के बाद पुन: क्षेत्र के गांव मानपुर ओझा से होते हुए बरेली जिले के सीमांत गांव मनुआ पट्टी पहुंच गए थे।
पकडऩे के लिए बड़ी संख्या में लगे हैं बरेली, मुरादाबाद और रामपुर के वन कर्मचारी
इनको पकडऩे के लिए बरेली, मुरादाबाद और रामपुर के वन कर्मचारी बड़ी संख्या में लगे हैं। इसके बावजूद वन विभाग को कोई सफलता नहीं मिल सकी है। डीएफओ के मुताबिक इस समय दोनों जंगली हाथी बरेली के फतेहगंज गांव मंसूरपुर गंज के पास हाईवे किनारे एक गन्ने के खेत में बैठे हैं।
चार व्यक्तियों की जान लेकर दो को कर चुके हैं गंभीर रूप से घायल
अब तक जंगली हाथियों के हमले से उत्तराखण्ड में एक, बिलासपुर में एक, बरेली में एक वनरक्षक एवं एक अन्य समेत कुल चार व्यक्तियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उनका उपचार रुद्रपुर के अस्पताल में चल रहा है।
मुख्य वन संरक्षक ललित वर्मा के नेतृत्व में जुटी है टीम
मुख्य वन संरक्षक ललित वर्मा, मुरादाबाद के वन संरक्षक सुरेश कुमार यादव आदि वन कर्मचारियों के साथ पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद है।