सरकारी धन का किया दुरुपयोग, छह पंचायत सचिव फंसे
मुरादाबाद। सरकार द्वारा गांवों के विकास के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। भारी भरकम धनराश्ि
मुरादाबाद। सरकार द्वारा गांवों के विकास के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। भारी भरकम धनराशि भी उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन पंचायत सचिव व प्रधान उसका दुरुपयोग कर रहे हैं। ऐसा प्रकरण अमरोहा जिले के गंगेश्वरी ब्लाक में सामने आया है। यहां वित्तीय अनियमितताओं में छह पंचायत सचिव फंस गए हैं। इन्हें डीपीआरओ ने नोटिस जारी कर एफआइआर तक की चेतावनी जारी की है। ऐसे किया विकास के नाम पर खेल
हसनपुर तहसील क्षेत्र के गंगेश्वरी विकास खंड में तैनात पंचायत सचिवों ने शौचालय निर्माण में खूब खेल किया है। शासन के आदेशों की खूब अवहेलना की गयी। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में धांधली न हो इसके लिए शासन ने शौचालय निर्माण की धनराधि सीधे लाभार्थियों के खातों में स्थानांतरित किए जाने के निर्देश दिए थे। लेकिन गंगेश्वरी विकास खंड के छह पंचायत सचिवों ने शौचालय निर्माण को आई धनराशि लाभार्थियों के खाते में न भेजकर फर्मों के नाम से चेक काटकर आहरित कर ली। इस स्थिति में सभी पात्र शौचालय भी नहीं बन पाए और जो शौचालय बने हैं उपयोग करने लायक नहीं है। इस तरह से ग्राम प्रधान और पंचायत सचिवों ने शौचालय निर्माण में खूब गोलमाल किया। पहले भी जारी किया था नोटिस
दो माह पूर्व नोटिस जारी कर इनका स्पष्टीकरण तलब किया गया था, लेकिन उसे ये लोग दबाकर बैठ गए। शासन स्तर स सख्ती होने पर जिला पंचायत राज अधिकारी विमल कुमार ने पंचायत सचिवों को नोटिस जारी तीन दिन में जवाब देने को कहा है, साथ ही चेतावनी दी गयी है कि संतोषजनक जवाब न होने पंचायती राज एक्ट की सुसंगत धाराओं में एफआइआर कराते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ये बोले अधिकारी
डीपीआरओ श्री कुमार ने बताया कि पंचायत सचिव भूपेंद्र कश्यप, अवध बिहारी लाल, नरेंद्र कुमार मौर्य, विकास कुमार, मोहम्मद अय्यूब व धर्मपाल ¨सह को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। जवाब न देने पर अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।