मिशन कायाकल्प से बदल जाएगी विद्यालयों की सूरत, कराए जाएंगे ये कार्य
Mission kayakalp सरकार ने मिशन कायाकल्प योजना शुरू कर परिषदीय विद्यालय में 14 बिंदुओं के तहत कार्य कराने के आदेश जारी किए हैं।
सम्भल, जेएनएन। प्रदेश सरकार वैश्विक महामारी के दौरान अन्य राज्यों से घर लौटे प्रवासी मजदूरों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास कर रही है। मिशन कायाकल्प के तहत सभी परिषदीय विद्यालयों में 14 कार्य ग्राम निधि द्वारा पूरे कराए जाने के साथ ही 30 सितंबर तक सभी कार्य पूर्ण कर रिपोर्ट शासन को सौंपी जानी है। उसके बाद भी ग्राम प्रधान व सचिवों की अनदेखी के चलते योजना रफ्तार नहीं पकड़ रही है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान अन्य राज्यों से अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में प्रदेश सरकार मनरेगा व अन्य संसाधनों के माध्यम से प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है, प्रवासी मजदूरों को गांव में रहकर ही रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। मिशन कायाकल्प से चिन्हित शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल, बालक शौचालय यूनिट, बालिका शौचालय यूनिट , शौचालयों की जल-नल आपूर्ति, शौचालय का टाईलीकरण, दिव्यांग सुलभ शौचालय, हैंड बासिंग यूनिट, कक्षा-कक्ष के फर्श टाईलीकरण, श्याम पट्ट, रसोइघर, भवन की रंगाई पुताई, दिव्यांग सुलभ रैंप, कक्षा-कक्ष में वायरिंग व उपकरण, विद्यालय का विद्युत समायोजन के कार्य ग्रामनिधी के प्रयोग से मनरेगा मजदूरों द्वारा पूरे कराए जाने है।
सुविधाओं का है अभाव
गुन्नौर तहसील क्षेत्र की बात करें तो दर्जनों विद्यालय ऐसे हैं जहां बाउड्री बॉल व अन्य सुविधाओं का अभाव है। रजपुरा ब्लाक के गांव रजावली में उच्चप्राथमिक विद्यालय, ब्यौरा प्राईमरी स्कूल, डुप्टा खुर्द के मजरा रामसहाय का प्राथमिक विद्यालय, हिरोनी उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्रीवाल, गुन्नौर के अकराबाद व मानकपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय, जुनावाई के गांव मिर्जापुर के रानीवाड़ा का प्राथमिक विद्यालय आदि दर्जनों विद्यालय ग्रामप्रधान व सचिव की अनदेखी के चलते मिशन कायाकल्प के तहत भी नहीं सुधर पा रहे है।
कार्य योजना तैयार कर सौंप दी गई है। विद्यालय में जल्दी कार्य शुरू करा दिया जाएगा सचिव व ग्राम प्रधान कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं।
अनिल कुमार, खण्ड शिक्षा अधिकारी रजपुरा