रोजगार की तलाश में प्रवासी मजदूर, गांव वालों की मदद से जल रहा चूल्हा
मूंढापांडे ब्लाक के अक्का डिलारी में प्रवासी मजदूर रोजगार की तलाश में भटक रहे है।
मुरादाबाद। मूंढापांडे ब्लाक के अक्का डिलारी में प्रवासी मजदूर रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं। मध्य प्रदेश में दो माह के लॉकडाउन में काम बंद हो गया। लिहाजा पैदल और अन्य माध्यमों से अपने घर पहुंचे इन मजदूरों के घर का चूल्हा और घर का खर्च ग्रामीण ही उठा रहे हैं। मनरेगा से इन मजदूरों को अभी नहीं जोड़ा गया है, जिसके चलते बेरोजगार होकर गांव में घूम रहे हैं। अक्का डिलारी में बाहर से आये इन मजदूरों की माली हालत खराब है। गांव वाले मदद नहीं करें तो इनके घर चूल्हा जलाना भी मुश्किल हो जाएगा। लॉकडाउन में दो माह तक मध्यप्रदेश में काम नहीं मिला। पैदल और सवारी से चलकर किसी तरह अपने घर पहुंचा हूं। 14 दिन क्वारंटाइन रहा। मनरेगा काम शुरू होने से काम मिलने की उम्मीद जरूर जगी लेकिन, अभी काम नहीं मिला।
साबिर अली, अक्का डिलारी गांव वाले मदद कर रहे हैं तो घर का खर्च और राशन मिल रहा है। मनरेगा में काम मिलने की उम्मीद थी लेकिन, नहीं मिला। अब तो गांव वालों पर ही भरोसा है। घर आने के बाद क्वारंटाइन रहा और अब जांच भी करा ली है, इसके बाद भी काम नहीं है। नाजिम खान, अक्का डिलारी काम नहीं मिलने से परेशानी हो रही है। मध्य प्रदेश में कमा रहे थे लेकिन, लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। किसी तरह से अपने घर पहुंचे तो लगा कि कहीं न कहीं काम मिलेगा पर अभी तक काम नहीं मिला, इससे घर चलाने में दिक्कत हो रही है।
गुलजार, अक्का डिलारी अक्का डिलारी में काम चल रहा है, अगर इन प्रवासी मजदूरों को काम नहीं मिला है तो यह ठीक नहीं है। बुधवार, 27 मई से प्रवासी मजदूरों को काम मिलना शुरू हो जाएगा।
यशवंत कुमार सिंह, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास।