अमरोहा में नकाबपोश बदमाशों ने दो घरों को बनाया निशाना, 15 लाख की लूट
अमरोहा में नकाबपोश बदमाशों ने वारदात कर सनसनी फैला दी। घटना के बाद से परिवार दहशत में हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अमरोहा। सीढ़ी लगाकर घरों में घुसे नकाबपोश 12 बदमाशों ने दो घरों में करीब एक घंटे तक लूटपाट कर एक लाख की नकदी समेत करीब 15 लाख के सोने और चांंदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए। मामला सैदनगली थाना क्षेत्र के उझारी कस्बे का है।
मुहल्ला हसनपुर सम्भल रोड नई बस्ती निवासी किसान लखपत सिंह के घर में घुसे बदमाशों ने बेटे अजयपाल व दीपक, पुत्रवधू सीमा देवी को गन प्वाइंट पर कब्जे में कर के सोने के कुंडल, मंगलसूत्र, अंगूठी, पायल और विवाहित बेटी गीता के भी जेवर लूट लिए। इसके बाद बदमाश गृहस्वामी के पुत्र दीपक को तमंचे के बल पर अपने साथ लेकर पड़ोसी शफीक अहमद के घर में घुस गए। शफीक अहमद के तीन बेटे अलग-अलग कमरों में रहते हैं। सबसे पहले बदमाशों ने युसूफ के कमरे में प्रवेश कर दंपती को कब्जे में कर सेफ का ताला तोड़कर 69 हजार की नकदी, सोने की अंगूठी, पैंडल, टीका, कुंडल, चांदी की पाजेब सहित करीब तीन लाख का सामान बटोर लिया। इसके बाद दूसरे बेटे कय्यूम तथा उनकी पत्नी अफसर परवीन को कब्जे में करके 36 हजार की नकदी, सोने की चार अंगूठी, कंघन, झुमकी, भाले, गले का हार, कंठी, पेंडल, हथफूल समेत चार लाख का माल बटोर लिया। बाद में तीसरे बेटे सद्दाम तथा उनकी पत्नी खुर्शीदा बेगम को कब्जे में करके सोने का सेट कंघन, झुमकी, दो अंगूठी, टीका, नथ सहित करीब चार लाख का माल लूट लिया। 1:30 बजे से 2:30 बजे तक बदमाशों ने दोनों परिवारों से करीब 15 लाख का माल लूट कर फरार हो गए। बदमाशों के जाने के बाद पीड़ितों ने सूचना पुलिस को दी करीब आधा घंटा बाद पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में है जांच पड़ताल की जा रही है।
बैंकों में आधार कार्ड बनाते हैं सफीक के बेटे
लूट के शिकार हुए गृह स्वामी शफीक के तीनों पुत्र बैंकों में आधार कार्ड बनाने पर काम करते हैं। बदमाशों की संख्या अधिक थी। जिसकी वजह से उन्होंने दोनों परिवारों के सभी लोगों को करीब रखा घंटे तक अपने कब्जे में रखा और आराम से लूट को अंजाम देकर निकल गए।
रात को हसनपुर में रहते हैं साहब
उझारी कस्बे की जनता की सुरक्षा की कमान जिन साहब के कंधों पर है। वह दूसरे विभागों की तरह अफसरशाही की नौकरी कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो दिन भर कस्बे में रुतबा दिखाने के बाद रात को गाड़ी लेकर वह हसनपुर निकल जाते हैं और हसनपुर में अपने प्राइवेट आवास में रात को आराम करने के बाद सुबह को तैयार होकर ड्यूटी पर पहुंच जाते हैं।