दिल्ली में रहने वालों पर खुफिया एजेंसियों की है नजर, जानिए क्या है मामला
आतंकी संगठन द्वारा लिखी गई दहशत की किताब के पन्ने अभी लगातार खुलते जा रहे हैैं। केवल अमरोहा ही नहीं बल्कि मुरादाबाद मंडल के कुछ युवक ऐसे हैैं जो खुफिया एजेंसियों के रडार पर हैैं।
अमरोहा । आतंकी संगठन द्वारा लिखी गई दहशत की किताब के पन्ने अभी लगातार खुलते जा रहे हैैं। केवल अमरोहा ही नहीं बल्कि मुरादाबाद मंडल के कुछ युवक ऐसे हैैं जो खुफिया एजेंसियों के रडार पर हैैं। उनकी गतिविधियां संदिग्ध हैैं तथा एजेंसी उन पर नजर रख रही हैं। युवक दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर व वैलकम क्षेत्र में रहते हैं। दिल्ली ही नहीं बल्कि स्थानीय पते पर भी उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है। इस मामले को लेकर खुफिया तंत्र पूरी तरह से सक्रिय हो गया है।
एनआइए ने 10 युवकों को किया था गिरफ्तार
पिछले साल 26 दिसंबर को एनआइए व एटीएस ने संदिग्ध आतंकी मुफ्ती सुहैल समेत 10 युवकों को गिरफ्तार किया था। चूंकि मुफ्ती सुहैल मूल रूप से अमरोहा का रहने वाला था तथा गिरफ्तारी के दो महीना पहले वह वापस दिल्ली से अमरोहा आकर शिफ्ट हुआ था। इससे पहले वह दिल्ली के जाफराबाद में रहता था। वहां पर उसके कई युवकों से घनिष्ठ संबंध थे। एनआइए से जुड़े सूत्र बताते हैैं कि दिल्ली से अमरोहा लौटने के बाद मुफ्ती सुहैल ने मुरादाबाद मंडल में अपना नेटवर्क मजबूत करना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं मंडल के वह कुछ युवक जो दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर व वैलकम में रहते हैैं, वह भी उसके संपर्क में थे।
मंडल के कुछ युवक रहते हैं दिल्ली में
सूत्र बताते हैैं कि मुरादाबाद मंडल के कुछ युवक दिल्ली के तीनों क्षेत्र में रहते हैं, अब वह एनआइए के रडार पर हैं। वे कहां जा रहे हैं, क्या कर रहे हैैं तथा किस-किस से बात कर रहे हैं समेत कई ङ्क्षबदुओं पर नजर रखी जा रही है। इतना ही नहीं उनके मूल पते पर भी खुफिया तंत्र उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
पूछताछ के बाद एनआइए ने मौलाना गुफरान को छोड़ा
पांच दिन तक हिरासत में रख कर पूछताछ करने के बाद एनआइए ने मौलाना गुफरान को छोड़ दिया है। शनिवार को वह बांसखेड़ी स्थित घर पहुंचे, परंतु एनआइए ने उन्हें मंगलवार को फिर से पूछताछ के लिए हेड क्वार्टर बुलाया है। बेटे के घर पहुंचने से परिजनों के चेहरे खिल गए। आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के संदिग्ध आतंकी मुफ्ती सुहैल से संबंधों के चलते एनआइए के रडार पर आए नौगावां सादात के गांव बांसखेड़ी निवासी मौलाना गुफरान को हिरासत में ले लिया गया था। बीती चार जनवरी से रुक-रुक कर उनसे पूछताछ की जा रही है। बीती 15 जनवरी को एनआइए ने उन्हें हिरासत में लिया था। उसके बाद 17 जनवरी को टीम ने उनके घर छापा मारा था। वहां परिजनों से पूछताछ करने के बाद दो मोबाइल अपने साथ ले गई थी। बताया जा रहा है कि मुफ्ती सुहैल के फोन पर संपर्क करने के कारण ही मौलाना गुफरान खुफिया एजेंसियों के रडार पर थे। अब शनिवार को एनआइए ने मौलाना गुफरान को छोड़ दिया है। दोपहर में वह अपने घर पहुंच गए हैैं। जब मौलाना गुफरान घर पहुंचे तो परिजनों के चेहरे खिल उठे। उन्हें देखने के लिए गांव के लोग भी उनके घर पहुंच गए, परंतु परिजनों ने किसी से मौलाना गुफरान की बात नहीं कराई। उनसे क्या पूछताछ हुई, इस बारे में भी मौलाना गुफरान ने किसी को जानकारी नहीं दी। वह दिनभर परिजनों के साथ घर में ही कैद रहे।