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लॉकडाउन से रोडवेज के संविदाकर्मियों की मुश्किलें बढ़ी Sambhal News

नहीं चल रहीं बसें संविदा कर्मियों को प्रति किलोमीटर के हिसाब से मिलता है मानदेय। यातायात पूरी तरह से ठप। लोग भी घरों में हैं कैद।

By Ravi SinghEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 06:00 PM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 06:00 PM (IST)
लॉकडाउन से रोडवेज के संविदाकर्मियों की मुश्किलें बढ़ी Sambhal News

सम्भल,जेएनएन। लॉक डाउन के कारण परिवहन निगम की रोडवेज बसें जहां की तहां खड़ी है। ऐसे में इन रोडवेज की अनुबंधित बसों पर तैनात संविदा स्टाफ के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो रहा है। क्योंकि बसों का संचालन नहीं हो रहा है और संविदा कर्मियों को बिना संचालन के किसी प्रकार का कोई भुगतान विभाग की ओर से नहीं किया जा रहा है।

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हालांकि सरकार की तरफ से घर बैठे संविदा कर्मियों को मानदेय देने की बात कही जा रही है। जबकि विभाग का कहना है कि ऐसा कोई आदेश अभी तक नहीं मिला है। कोरोना वायरस का संक्रमण देश में फैलना शुरू हुआ तो शासन की ओर से इसकी रोकथाम के लिए देश में लॉक डाउन कर दिया गया। ऐसे में लोग जहां पर वही पर रोकने के लिए यातायात के सभी साधनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसके चलते रेल व रोडवेज करी बसों को रोक दिया गया। परिवहन निगम की ओर से रोडवेज बसों का संचालन बंद किए जाने से सभी बसों को बस अड्डों में खड़ा करवा दिया गया। इस स्थिति से निगम के संविदा परिचालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि इन कर्मचारियों को विभाग की ओर से प्रति किलोमीटर की दर से मानदेय का भुगतान किया जाता है और लॉक डाउन के कारण रोडवेज व अनुबंधित बसों का संचालन पूर्ण रूप से बंद है। इस स्थिति में संविदा कर्मियों में संशय है। क्योंकि जब बसों का संचालन नहीं होगा तो ऐसे में उनके मानदेय का भुगतान कैसे होगा और इस स्थिति में उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो रहा है।

लॉक डाउन अवधि के दौरान नियमित कर्मचारियों की भांति संविदा कर्मियों को उपस्थित मानकर उन्हें न्यूनतम वेतन का भुगतान किया जाए, उनके परिवारों के सामने आर्थिक संकट पैदा न हो सके।

सौरभ शर्मा, शाखा उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ

 लॉक डाउन के कारण बसों का संचालन बंद है। ऐसे में संविदा कर्मियों के लिए मुख्यालय से जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा। अभी आदेश का इंतजार है, जिसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

शिव बालक ङ्क्षसह, एआरएम पीतल नगरी 


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