लॉकडाउन तक नहीं हो सकेगी आजम खां के मुकदमों की सुनवाई Rampur News
21 मार्च तक सांसद के मुकदमों की सुनवाई हुई लेकिन इसके बाद से सुनवाई बंद हो गई और अब अदालतें लॉकडाउन के चलते बंद कर दी गई हैं।
रामपुर, जेएनएन। देश भर में लॉकडाउन घोषित होने के बाद हाईकोर्ट ने भी अग्रिम आदेशों तक सभी जिलों की अदालतों को बंद रखने के आदेश कर दिए हैं। 21 दिन का लॉकडाउन होने से यह तो तय है कि तीन सप्ताह तक अब मुकदमों की सुनवाई नहीं होगी। ऐसे में सांसद आजम खां की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वह पत्नी और बेटे के साथ सीतापुर जेल में बंद हैं।
सांसद आजम खां के खिलाफ विभिन्न थानों में 80 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 10 मुकदमे उनके बेटे अब्दुल्ला पर भी हैं, जबकि उनकी पत्नी विधायक डॉ. तजीन फात्मा के खिलाफ भी तीन मुकदमे दर्ज हैं। सभी मुकदमों में जमानत अर्जियां दाखिल की थीं, जिन पर अदालत रोजाना सुनवाई कर रही थी। करीब 20 मामलों में जमानत अर्जियां मंजूर भी हो गई थीं। इनमें सांसद के खिलाफ यतीमखाना प्रकरण के करीब दर्जन भर मुकदमे हैं।
28 को होनी थी पेशी
सांसद आजम खां अपनी पत्नी और बेटे के साथ जिस मुकदमे में जेल में बंद हैं, वह अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाणपत्र से जुड़ा है। इस मुकदमें में तीनों की जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं। इस मुकदमे में अब सुनवाई होनी थी। यह मुकदमा दर्ज कराने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना का कहना है कि 28 मार्च को मुकदमे की सुनवाई होनी थी, जिसमें अदालत को आरोप तय करने थे। इसमें सांसद की व्यक्तिगत पेशी भी हो सकती थी, लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन घोषित होने से अब अदालतें हाईकोर्ट के अग्रिम आदेशों तक बंद कर दी गई हैं।