पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में मांगी कानूनी राय
ईदगाह पर चल रहे धरने में 22 फरवरी को आए थे शामिल होने। पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा था संविधान के खिलाफ है सीएए।
मुरादाबाद। ईदगाह मैदान में नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के खिलाफ चल रहे आंदोलन में शामिल हुए पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी समेत 13 लोगों के खिलाफ बुधवार को मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस ने उनके भाषण की सीडी बनवाकर जिला अभियोजन अधिकारी से कानूनी राय मांगी है।
यह है मामला
ईदगाह मैदान में 22 फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे धरने को पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने संबोधित किया था। पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गलशहीद थाने में बुधवार को पूर्व राज्यपाल समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अजीज कुरैशी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं। उन्होंने कहा है कि सीएए संविधान के खिलाफ है। कोई हमारी वफादारी पर हाथ उठाएगा तो हम उसका हाथ काट देंगे। इस लड़ाई को मोदी और शाह इसलिए अब तक हिंदू बनाम मुसलमान की लड़ाई नहीं बना सके, क्योंकि इस लड़ाई में गैर मुस्लिम भी शरीक हो रहे हैं। सरकार जब तक सीएए को वापस नहीं लेती तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। थाना गलशहीद के प्रभारी निरीक्षक अजीत रौरिया ने बताया कि हाथ काटने की बात किसके लिए कह गए हैैं। यह स्पष्ट नहीं हो रहा है। इसलिए हमने इस मामले में उनके भाषण की सीडी बनवाकर कानूनी राय मांगी गई है। कानूनी राय मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेंगे।