अलियाबाद छोड़कर पीपली उमरपुर में रहेगी गंगाराम की सरिता Moradabad News
अलियाबाद में बेटी के अपहरण के बाद पति की निर्मम हत्या से भयभीत सरिता देवी और उसके बच्चों ने अब गांव छोडऩे का पूरी तरह से मन बना लिया है।
मुरादाबाद : अलियाबाद में बेटी के अपहरण के बाद पति की निर्मम हत्या से भयभीत सरिता देवी और उसके बच्चों ने अब गांव छोडऩे का पूरी तरह से मन बना लिया है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रदेश अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता की मौजूदगी में मंगलवार को हुई ग्रामीणों की पंचायत में सरिता देवी और उसके परिजनों ने दो टूक कहा कि अब वह अलियाबाद में नहीं रहेंगे। सरिता सपरिवार अपने जेठ हरस्वरूप के गांव पीपली उमरपुर में रहेगी। इस पर अलियाबाद और पीपली उमरपुर के ग्रामीणों ने भी सहमति की मुहर लगा दी है।
घर के दरवाजे पर लटका मिला ताला
डा. विशेष गुप्ता मंगलवार की सुबह करीब सवा दस बजे अलियाबाद गए थे। सरिता देवी के घर के दरवाजे पर ताला लटका मिला। पूछताछ में पता चला कि वह और उसके बच्चे पीपली उमरपुर में हैं। इस पर वह पीपली उमरपुर में सरिता के जेठ हरस्वरूप सिंह के घर पहुंचे। वहां प्रधान बंटी ग्रामीणों के साथ मौजूद थे। डा. विशेष गुप्ता के बुलावे पर कुछ ही देर में अलियाबाद के प्रधान अब्दुल रहमान भी आ गए। बातचीत में सरिता देवी ने कहा कि उसकी बड़ी बेटी दीपिका पर दबाव डाल कर बयान बदलवाया गया है। उसने खुद फोन पर यह बात कही है।
आयोग के अध्यक्ष ने जाना पीडि़त परिवार का दर्द
आयोग के अध्यक्ष ने पीडि़त परिवार के अलियाबाद छोडऩे की वजह जानने की कोशिश की तो बताया गया कि गंगाराम के परिजन दहशत में हैं। अधिकांश समय वह पीपली उमरपुर में गुजार रहे हैं। गंगाराम की मौत के बाद पीडि़त परिवार के समक्ष आर्थिक संकट है। तब डा. विशेष गुप्ता ने दोनों ग्राम प्रधानों से पीडि़त परिवार की मदद करने की अपील की।
प्रधान ने मदद का दिया भरोसा
इस पर पीपली उमरपुर के प्रधान बंटी ने लिखित रूप से कहा कि वह सरिता देवी व उसके परिवार को गांव में नया ठौर दिलाने में मदद करेंगे। उधर अलियाबाद के प्रधान ने विधवा पेंशन के साथ ही परिवार को 30 हजार रुपये की आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया।
अलियाबाद के प्रधान ने मांगी माफी
अलियाबाद के प्रधान अब्दुल रहमान अंतत: मंगलवार को सरिता देवी व उसके परिजनों से मिले। गंगाराम के बड़े भाई हरस्वरूप के घर पहुंचे प्रधान ने अब तक परिवार से दूर होने पर खुद की गलती स्वीकार की। उन्होंने भरी पंचायत में माफी मांगी।
दूसरा कोई घर सरिता के पास नहीं
बाल अधिकार संरक्षण आयोग, उप्र के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता ने बताया कि सरिता देवी ने बेटी का बयान जबरिया बदलवाने का गंभीर आरोप लगाया है। पीडि़ता परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है। अलियाबाद को छोड़ दूसरा कोई घर सरिता देवी के पास नहीं है। वह अब पीपली उमरपुर में रहना चाहती है। इन सभी बिंदुओं पर दोनों प्रधान से बात की गई। समस्या का हल निकालने की कोशिश हो रही है। पीडि़त परिवार के दर्द से शासन को अवगत कराया जाएगा।