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Kullu के इस फल ने बढ़ा दी Railway Income, पहली बार पार्सल बोगी से भेजा जा रहा

Indian Railway Income हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के अनार ने मुरादाबाद रेल मंडल को माला माल कर दिया है। जहां पहले रेलवे को पार्सल बोगी से शून्य आय होती थी वहीं अब इससे प्रत्येक दिन एक लाख रुपये से अधिक आय हो रही है।

By JagranEdited By: Samanvay PandeyPublished: Mon, 26 Sep 2022 04:50 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 06:07 PM (IST)
Kullu के इस फल ने बढ़ा दी Railway Income, पहली बार पार्सल बोगी से भेजा जा रहा
Indian Railway Income : मुरादाबाद मंडल रेल प्रशासन ने पहली बार कुल्लू का अनार की कर रहा ढुलाई।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Indian Railway Income :  हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के अनार ने मुरादाबाद रेल मंडल को माला माल कर दिया है। पार्सल बोगी से इसे हावड़ा भेजा जा रहा है। जहां पहले रेलवे को पार्सल बोगी से शून्य आय होती थी वहीं अब इससे प्रत्येक दिन एक लाख रुपये से अधिक आय हो रही है।

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स्टील के बर्तन के लिए व्यापारियों ने मांगी बोगी

मुरादाबाद रेल मंडल पहली बार पार्सल बोगी से अनार भेज रहा है। दूसरी ओर स्टील के बर्तन भेजने के लिए व्यापारियों द्वारा पार्सल वैगन की मांग की किया जा रही है। हिमाचल प्रदेश, कश्मीर व उत्तराखंड इस साल सेब व अनार की सबसे अधिक पैदावार हुई है।

कश्मीर के सेब और अनार इन ट्रेनों से भेजे जा रहे 

किसान इन्हें सड़ने से बचाने के लिए रेल मार्ग से देश के विभिन्न स्थानों पर भेज रहे हैं। कश्मीर के सेब, अनार जम्मूतवी से व अमृतसर से चलने वाली ट्रेनों की पार्सल बोगी के द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर भेजा जा रहा है। उत्तराखंड के सेब देहरादून से ट्रेन द्वारा बाहर भेजे जा रहे हैं।

जानें हिमाचल प्रदेश के किसान कैसे भेज रहे अनार

हिमाचल प्रदेश के किसान के पास अंबाला होकर गुजरने वाली ट्रेनों से अनार व सेब भेजने की व्यवस्था है। अंबाला से गुजरने वाली ट्रेनों में पार्सल बोगी में जगह खाली नहीं मिलने से किसान परेशान हैंं। ऐसे में सेब सड़क मार्ग से दिल्ली व अन्य जगहों पर भेज रहे हैं।

कुल्लू का अनार भेजा जा रहा हावड़ा

अनार की अच्छी कीमत पाने के लिए कुल्लू के किसान व व्यापारी हावड़ा भेजना का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी ओर योगनगरी व हरिद्वार से हावड़ा जाने वाली दून एक्सप्रेस व कुछ एक्सप्रेस की चार पार्सल बोगी इन दिनों खाली जा रही थींं। किसानों ने मुरादाबाद मंडल के अधिकारियों से वार्ता की और कुल्लू से सड़क मार्ग होकर अनार हरिद्वार या योगनगरी ला रहे हैं।

रेलवे को रोज एक लाख रुपये मिल रहा किराया

शुरुआत में प्रत्येक दिन औसत 150 कुंतल अनार पार्सल बोगी द्वारा भेजे जा रहे। जिससे रेलवे को एक लाख का किराया मिल रहा है। धीरे-धीरे अनार भेजने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। दूसरी ओर दीपावली के समय स्टील के बर्तन मुरादाबाद से लगातार देश भर में भेजे जा रहे हैं।

स्टील के बर्तन भेजने के लिए की अलग व्यवस्था

मुरादाबाद के व्यपारियों ने रेल प्रशासन से छह पार्सल वैगन की मांग की है। मुख्यालय से वैगन उपलब्ध नहीं होने के कारण व्यापारी परेशान हैंं। इस पर रेल प्रशासन ने जिस ट्रेन की पार्सल बोगी में जगह खाली मिलती है, उसमें स्टील के बर्तन भेजना शुरू कर दिया है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि कुल्लू के अनार की पार्सल बोगी से ढुलाई करने का पहली बार मौका मिला है। इससे रेलवे की आय बढ़ेगी। इसके अलावा स्टील के बर्तनों को भी देश भर में भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं।


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