सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलीं जयाप्रदा, लालपुर पुल की समस्या से कराया अवगत
लोकसभा चुनाव में रामपुर से भाजपा प्रत्याशी रहीं पूर्व सांसद जयाप्रदा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लालपुर पुल के निर्माण को पूरा कराने के लिए पत्र भी सौंपा।
रामपुर, जेएनएन। पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रामपुर में लालपुर पुल के निर्माण को पूरा कराने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है।
लोकसभा चुनाव में रामपुर से भाजपा प्रत्याशी रहीं पूर्व सांसद जयाप्रदा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लालपुर पुल के निर्माण को पूरा कराने के लिए पत्र भी सौंपा। अवगत कराया कि रामपुर-टांडा मार्ग पर स्थित लालपुर पुल शासन द्वारा स्वीकृत कराया गया था, जिस पर का निर्माण कार्य शुरू हो गया था, लेकिन तुच्छ राजनीति करण के कारण पुल का कार्य पूरा नहीं हो सका। बरसात के मौसम में जिला मुख्यालय से क्षेत्र का संपर्क टूट जाता है। पुल के निर्माण न होने से क्षेत्र के लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लालपुर टांडा क्षेत्र के स्कूली बच्चे रामपुर शिक्षा ग्रहण करने के लिए भी नहीं आ पाते हैं।
सेतु निर्माण के लिए जारी होनी है इतनी रकम
मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि लालपुर सेतु के निर्माण के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये शासन से जारी होना है, क्योंकि अभी तक मात्र 10 करोड़ रुपए पुल के निर्माण में लगा है। शेष धनराशि जारी न होने के कारण पुल का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि पांच दिन पहले जयाप्रदा लालपुर पुल के अधूरे निर्माण को देखने स्वयं गई थी और पुल पर पैदल चलकर लोगों की समस्याओं को जाना था, जिस पर जयाप्रदा ने कहा था कि मैं पुल के निर्माण के लिए पूरा प्रयास करूंगी। इसी के तहत जयाप्रदा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और पुल निर्माण के लिए आग्रह किया।
लालपुर पुल के लिए सीएम को खून से लिखा पत्र
किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हाजी नाजिश खां ने लालपुर पुल की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि यहां पर पुल की समस्या काफी लंबे समय से बनी हुई है। आज की तारीख में यह पुल बिल्कुल ही टूट गया है। इससे क्षेत्रवासियों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके कारण यातायात व्यवस्था भी बिल्कुल बिगड़ गई है, जिससे यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कृषि बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण सबसे अधिक परेशानी का सामना किसानों को करना पड़ता है। इसके अलावा यहां के विद्यार्थियों को भी विद्यालय आने जाने में परेशानी होती है। वे समय से विद्यालय नहीं पहुंच पाते। मांग की है कि क्षेत्रवासियों की परेशानी को देखते हुए शीघ्र ही इसके निर्माण की कवायद शुरू की जाए।
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