जायरा वसीम का फैसला सही, गुनाह है जिस्म की नुमाइश : सांसद Moradabad news
मुरादाबाद से सपा सांसद डॉ.एसटी हसन अपने बयानों को लेकर इन दिनों चर्चा में है।
By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 01:25 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 03:25 PM (IST)
मुरादाबाद। मुरादाबाद से सपा सांसद डॉ.एसटी हसन अपने बयानों को लेकर इन दिनों चर्चा में है। उनके बयानों पर रामपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहीं फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा इतनी नाराज हैं कि उन्होंने मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है। वहीं डॉ.एसटी हसन अपने बयान पर काबिज हैं। उन्होंने कहा कि तवायफ शब्द से किसी को बुरा नहीं मानना चाहिए। वह भी कलाकार होती हैं। पहले के दौर में वह भी गाना गाकर और नाचकर अपनी कला का प्रदर्शन करती थीं और आज के दौर में ऑन स्क्रीन यह काम देखने को मिलता है। कानूनी रूप से इस शब्द को गलत नहीं ठहराया गया है। यह शब्द भारतीय दंड संहिता के अनुसार जातिसूचक नहीं हैं, तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर किस धारा के तहत पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी। वहीं उन्होंने नेशनल अवॉर्ड विजेता बॉलीवुड दंगल गर्ल जायरा वसीम के फैसले को सही ठहराया। कहा कि यदि किसी को जिस्म की नुमाइश करनी पड़ रही थी, तो उनका फैसला सही है। जिस्म की नुमाइश करना गुनाह है। इस गुनाह से बचने के लिए जो फैसला जायरा वसीम ने लिया है, वह सही है। उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम ही नहीं बल्कि अन्य धर्म में भी महिलाओं के जिस्म की नुमाइश करने पर मनाही है।
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