अमरूद की फसल से इस तरह सलाना लाखों कमा रहे रामपुर के जगत सिंह
अमरूद की फसल बेहतर विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ रही है। किसान तेजी से परंपरागत खेती का माेह छोड़ इसकी खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इसमें किसान एक बार लागत लगा कर लगातार 14 वर्षों तक अच्छी कमाई कर सकते हैं।
रामपुर [क्रांति शेखर सारंग]। अमरूद की फसल बेहतर विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ रही है। किसान तेजी से परंपरागत खेती का माेह छोड़ इसकी खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इसमें किसान एक बार लागत लगा कर लगातार 14 वर्षों तक अच्छी कमाई कर सकते हैं। स्वार तहसील के लोहरा गांव के जगत सिंह इस फसल को उगा कर लाखों रुपये सालाना कमा रहे हैं। इतना ही नहीं अन्य किसानों को भी वह इसकी खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं। बताते हैं कि इसके लिए बस एक बार रकम खर्च करनी पड़ती है। एक एकड़ में बस पहले साल ही लगभग 20 से 25 हजार रुपये तक का खर्च आता है, जो कि आने वाले सालों में घटता चला जाता है। उनके अनुसार इसके पौधे की उम्र 18 साल होती है। शुरुआत के तीन-चार साल इन्हेंं पालने में लग जाते हैं। उसके बाद एक से डेढ़ लाख रुपये प्रति एकड़ तक इनसे मिल जाते हैं। जनपद में लगभग एक हजार एकड़ क्षेत्रफल में इस की खेती की जा रही है। वह बताते हैं कि अगर फसल सामान्य हो तो एक लाख रुपये प्रति एकड़ तथा बहुत अच्छी फसल होने पर दो लाख रुपये प्रति एकड़ तक की आय इससे हो जाती है, जबकि परंपरागत खेती में सालाना आय 30 से 40 हजार रुपये के बीच ही होती है और नुकसान का खतरा भी बना रहता है। कृषि विज्ञानी डॉ. अमरजीत सिंह के अनुसर यह दुनिया का पहला ऐसा फल है, जिसमें बहुत कम पेस्टीसाइड्स का प्रयोग किया जाता है। इसे लगाकर किसान बहुत कम लागत और कम समय में अपनी आय बढ़ा सकते हैं।