Ayodhya Case Verdict : पुलिस के साथ आइटीबीपी और आरएएफ के जवान संभालेंगे सुरक्षा की कमान Moradabad News
कुछ संदिग्धों की सर्विलांस के जरिए हो रही निगरानी। अफïवाह फैलाने वालों को नजरबंद करेगी पुलिस। 20 से ज्यादा लोगों को नजरबंद किया जा रहा है।
मुरादाबाद। अयोध्या प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने की खबर आने के बाद जिले में पुलिस-प्रशासन का मूवमेंट बढ़ गया है। पुलिस के साथ आइटीबीपी और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। फैसले के बाद कानून और सुरक्षा व्यवस्था न बिगडऩे पाए, इसके लिए भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है। देर रात को फोर्स दूसरे जिलों से भी पहुंच रही है। कुछ संदिग्धों की गतिविधियों पर पुलिस सर्विलांस के जरिए नजर रखे हुए हैै। करीब 20 से ज्यादा लोगों को नजरबंद किया जा रहा है।
पुलिस प्रशासन के अधिकारी इन दिनों अयोध्या प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए मशक्कत कर रहे हैैं। एडीजी बरेली जोन अविनाश चंद्र सम्भल से सीधे बरेली चले गए। आइजी रमित शर्मा अमरोहा में सुरक्षा के इंतजामों का जायजा लेकर मुरादाबाद लौटे हैैं। जिला पुलिस के साथ ही बाहर से अर्धसैनिक बल भी मुरादाबाद पहुंचने लगे हैं। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मुख्यालय से आइटीबीपी के जवानों की एक कंपनी मुरादाबाद आ गई है। आरएएफ की एक कंपनी पहले से ही जिले में मौजूद है। आवश्यकता के अनुसार अर्धसैनिक बल के जवानों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर दिया है। किसी ने भी गड़बड़ी करने का प्रयास किया तो पुलिस उसके साथ सख्ती से निपटेगी। लोग शांति पूर्ण माहौल में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को खुशी खुशी स्वीकार करें। इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि जरूरत पडऩे पर ऐसे लोगों को नजर बंद भी किया जाएगा जो बवाल कर सकते हैं।
संवेदनशील क्षेत्र में बढ़ा कड़ा पहरा
दो सुपर जोन, आठ जोन, बीस सेक्टर और 104 सब सेक्टर में बंटा जिला
पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर जिले को जोन, सेक्टर और सब सेक्टर में बांट दिया है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि जिले में दो सुपर जोन बनाए गए हैं, जिसकी कमान एएसपी लेबल के अधिकारियों को दी गई है। इसके अलावा शहर में चार और ग्रामीण क्षेत्र में चार जोन मिलाकर आठ जोन बनाए गए हैं। सीओ लेबल के अधिकारी को जोनल प्रभारी बनाया गया है। कुल बीस सेक्टर बनाए गए हैं, जिसमें इंस्पेक्टर को तैनात किया गया है। शहर में 46 और ग्रामीण क्षेत्र में 57 सब सेक्टर समेत कुल 103 सब सेक्टर बनाए गए हैं। सब सेक्टर की जिम्मेदारी दारोगा लेबल के अधिकारियों को सौंपी गई है। रिजर्व में भी क्यूआरटी, आईटीबीपी व आरएएफ के जवान रखे गए हैं। जो आवश्यकता के अनुसार जोन और सेक्टरों में पहुंच कर लॉ एंड ऑर्डर ड्यूटी करेंगे।
बैठकों में पुलिस ने लोगों को किया जागरूक
अयोध्या प्रकरण में फैसले की घड़ी आ गई। पुलिस शांति समिति, डीजिटल वालेंटिर, चौकीदार, संभ्रांत नागरिकों, धर्मगुरुओं के साथ बैठकें कर रही है। शुक्रवार को भी सिविल लाइंस, मूंढापांडे नागफनी, कांठ, सिटी कोतवाली, कटघर, मुगलपुरा, गलशहीद, पाकबड़ा आदि थानों की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र में कई बैठकें कीं। नागफनी पुलिस ने मुहल्लों में पहुंच कर छोटी-छोटी बैठकें करके लोगों से अपील की कि फैसले को खुशी खुशी स्वीकार करें। सिविल लाइंस थाने की सभी पुलिस चौकियों पर शांति समिति की बैठक हुई। कांठ सीओ बलराम सिंह ने बार एसोसिएशन और भ_ा व्यवसायियों के साथ अलग-अलग बैठक कीं। गांव बिचपुरी में शांति समिति की बैठक हुई। इसमें अमन और शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की गई। सभी से अमन और भाईचारा बनाए रखने के साथ पुलिस ने कानून तोडऩे पर कार्रïवाई किए जाने की भी चेतावनी दी।