Coronavirus:अस्पताल के खाने से नहीं भर रहा इंडोनेशियन का पेट,भाषा भी बन रही इलाज में दीवार Moradabad News
24 घंटे मेें कई बार लगवा रहे हैैं खाना देने वाले कर्मियों को चक्कर कम्युनिटी किचन से आ रहा सभी का खाना। डॉक्टर और स्टॉफ कर रहें है पूरी मदद।
मुरादाबाद,जेएनएन। तबलीगी जमात के इंडोनेशियाई आठ सदस्य स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। ये लोग डॉक्टर और स्टाफ का सहयोग नहीं कर रहे हैं। आलम ये है कि एक बार खाना देने के बाद ये लोग पैकेट दिखाकर दोबारा खाना लाने के लिए कर्मचारियों से डिमांड कर रहे हैं। इससे कर्मचारियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली के हजरत निजामउद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से सैंकडों की संख्या में देसी-विदेशी जमात के लोगों की वजह से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हो गया हैैै। मुरादाबाद में आठ इंडोनेशियाई जमात सदस्यों के अलावा बुलंदशहर और अन्य स्थानों से भी जमात के लोगों को पकड़ा गया है। इन सभी लोगों को पीटीसी के नर्मदा हॉस्टल में रखा गया है। दूसरे लोगों में तो स्वास्थ्य विभाग को ज्यादा परेशानी नहीं हुई लेकिन, इंडोनेशिया के लोग विभाग के लिए बड़ी परेशानी बन गए हैं। कोराना वायरस के नमूने लेने के लिए भी टीम को काफी परेशानी हो रही है। शुक्रवार की रात खाना देने जाने वाले कर्मचारियों को इन लोगों ने परेशान कर दिया है। इनमें सभी अरबी-फारसी मिक्स भाषा बोल रहे हैं। इसके अलावा कम्युनिटी किचन से आने वाला खाना भी इन्हें पसंद नहीं आ रहा। सभी की खुराक भी डबल है। कर्मचारी एक बार खाना देने के लिए जाएं तो उसेे दोबारा बुलाकर खाना मंगवाया जा रहा है। संक्रामक रोग नोडल अधिकारी डा. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि रहने और खाने का बंदोबस्त जिला प्रशासन की ओर से है। सभी की दवा का इंतजाम स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। भाषा समझ आए तो कोई बात की जानकारी भी की जाए। चिकित्सीय टीम बेरंग लौट आती है।