Indian Railways : पैसेंजर ट्रेनों के संचालन के लिए करना होगा इंतजार, प्रदेश सरकार से नहीं मिल रही अनुमति
Operation of passenger trains दैनिक यात्रियों द्वारा लगातार पैसेंजर ट्रेनें और इंटरसिटी जैसी ट्रेनें चलाने की मांग रेल प्रशासन से लगातार की जा रही है। लेकिन जब तक प्रदेश सरकार की अनुमति नहीं मिलेगी तब तक इन ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पाएगा।
मुरादाबाद, जेएनएन। Operation of passenger trains। रेलवे एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ पैसेंजर ट्रेनें भी चलाने को तैयार है। इसके लिए जिस प्रदेश में पैसेंजर ट्रेनें चलाई जानी हैं, वहां के प्रदेश सरकार की सहमति लेनी जरूरी है। मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार से पैसेंजर ट्रेनों के संचालन को लेकर पत्र भी भेजा है। हालांकि अभी इसकास कोई जवाब नहीं आया है।
कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद रेलवे ने 22 मार्च से ट्रेन संचालन बंद कर दिया था। दो माह बाद एक जून से कुछ एक्सप्रेस ट्रेनें चलनी शुरू हो गईं।धीरे धीरे ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। दैनिक यात्रियों द्वारा लगातार पैसेंजर ट्रेनें और इंटरसिटी जैसी ट्रेनें चलाने की मांग रेल प्रशासन से लगातार की जा रही है। यात्रियों की मांग बढ़ने पर रेलवे बोर्ड ने देश भर के अधिकारियों को आदेश दिया कि जब तक कोरोना खत्म नहीं होता है, तब तक स्थानीय अधिकारियों और प्रदेश सरकार की सहमति के बिना पैसेंजर ट्रेनें नहीं चलाई जाएंगी। मंडल रेल प्रशासन ने हरिद्वार कुंभ मेला के लिए 10 पैसेंजर ट्रेन चलाने की अनुमति उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश सरकार से मांगी है। दोनों सरकार को पत्र भेजा गया है, लेकिन दोनों सरकार की ओर मंडल रेल प्रशासन को अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। बरेली दिल्ली इंटरसिटी चलाने के लिए रेल प्रशासन ने बरेली जिला प्रशासन को पत्र भेजा था, अभी तक इसका भी जवाब नहीं आया। इसके कारण यह ट्रेन नहीं चलाई जा रही है। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार की सहमति पर ही पैसेजर ट्रेनें चलाई जाएंगी। उत्तराखंड सरकार को पत्र भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। सहमति मिलते ही बंद पड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।