Indian Railways : हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग पर जंगली जानवरों को बचाने का प्रयास, रेलवे लाइन किनारेे लाइट के इंतजाम
Railway wild animals light system राजाजी नेशनल पार्क के जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने इंतजाम किया है। इसके तहत जंगल से गुजरने वाली रेलवे लाइनों के किनारे लाइट की व्यवस्था की गई है। इससे हादसों में भी कमी आएगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने जंगल से गुजरने वाली रेलवे लाइनों के किनारे लाइट की व्यवस्था की है। रोशनी के कारण रात में जंगली जानवर पटरी पर नहीं आएंगे। इससे हादसा होने का भी खतरा नहीं रहेगा।
हरिद्वार से देहरादून रेल मार्ग के बीच राजाजी नेशनल पार्क से होकर ट्रेनें गुजरती हैंं। रात में कई बार रेलवे लाइन पर हाथी और जंगली जानवर पहुंच जाते हैं। कई बार ट्रेन से टकराकर हाथी की मौत हो चुकी है। जंगली जानवर मोतीचूर स्टेशन पर पहुंच जाते हैं। रेलवे प्रशासन ने मोतीचूर स्टेशन पर तार का बाड़ा लगाया है, इसमें रात में करंट छोड़ दिया जाता है। रेलवे प्रशासन ने हरिद्वार से देहरादून के बीच ट्रेनों की गति 50 किलोमीटर प्रतिघंटे से बढ़ाकर सौ किलो मीटर प्रति घंटा कर दिया है। उत्तराखंड वन विभाग ने ट्रेन की गति बढ़ाने का विरोध किया था। ट्रेन की गति कम करने व जंगली जानवरों की सुरक्षा के उपाय करने के लिए पत्र भी भेजा था। रेलवे प्रशासन ने जानवरों की सुरक्षा के लिए जंगल के अंदर से ट्रेनों की गति कम कर दी है। इसके अलावा जंगली जानवरों के बचाव की व्यवस्था की है। हरिद्वार से मोतीचूर के बीच रेलवे लाइन गुजरती है, लाइन के एक ओर पहाड़ तो दूसरे जंगल का क्षेत्र है। रेलवे की ओर से जंगल की ओर रात में रोशनी के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। रोशनी के कारण जंगली जानवर रेलवे लाइन पर नहीं आएंगे। अगर कोई जंगली जानवर रेललाइन पर पहुंच जाता है तो रोशनी के कारण ट्रेन चालक को दूर से ही वह दिख जाएगा और ट्रेन को रोक लेगा। सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह ने बताया कि जंगली जानवरों को बचाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। हरिद्वार मोतीचूर के बीच रेलवे लाइन के किनारे लाइट लगाई गई है।
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