Indian Railways : रोजा-सीतापुर दोहरी रेलवे लाइन पर ट्रेन चलाने की स्वीकृति, देर रात शुरू हुआ संचालन
कमिश्नर रेलवे आफ सेफ्टी (सीआरएस) एसके पाठक ने 10 घंटे तक निरीक्षण करने के बाद रोजा-सीतापुर के बीच दोहरीलाइन पर ट्रेन चलाने की स्वीकृति दे दी है। शाम साढ़े छह बजे जंगबहादुर गंज स्टेशन से रोजा तक इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर ट्रायल शुरू किया गया।
मुरादाबाद, जेएएन। कमिश्नर रेलवे आफ सेफ्टी (सीआरएस) एसके पाठक ने 10 घंटे तक निरीक्षण करने के बाद रोजा-सीतापुर के बीच दोहरीलाइन पर ट्रेन चलाने की स्वीकृति दे दी है। इस मार्ग पर 140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाकर सफलता पूर्वक ट्रायल किया गया।
रोजा से सीतापुर के बीच सात रेलवे स्टेशन हैंं। इसमें बरतरा, ऊंचोलिया, जंगबहादुर गंज रेलवे स्टेशन के बीच दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है। छह स्टेशनों पर दोहरीकरण का काम अंतिम चरण में पहुंच गया। सीआरएस एसके पाठक ने गुरुवार की सुबह दस बजे से दोहरी रेलवे लाइन का निरीक्षण शुरू किया। रेलवे लाइन व उसके ऊपर लगे विद्युतीकरण के प्रत्येक बिंंदु को देखा। रेल फाटक तैयार गेट का भी निरीक्षण किया। तीन स्टेशनों पर कार्यरत स्टेशन मास्टर से ट्रेन संचालन के संबंध में बातचीत की। जांच में सबकुछ सही पाया गया। शाम साढ़े छह बजे जंगबहादुर गंज स्टेशन से रोजा तक इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर ट्रायल शुरू किया गया। ट्रेन को 140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाया गया। इस दौरान रेलवे लाइन को सीआरएस ने पूरी तरह से ठीक पाया। ट्रायल इंजन से उतरते ही सीआरएस ने मंडल रेल प्रशासन को दोहरीलाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन के द्वारा सौ किलोमीटर प्रति घंटेे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की लिखित अनुमति पत्र जारी कर दिया। रेल प्रशासन देर रात में दोहरी रेलवे लाइन से मालगाड़ी का संचालन शुरू कर दिया है। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि रोजा से तीन स्टेशन के बीच दोहरी लाइन सीआरएस ने निरीक्षण के बाद स्वीकृति दे दी है। अप्रैल तक तीन स्टेशन पर और जून तक एक स्टेशन का दोहरीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। दिसंबर तक रोजा से सीतापुर के बीच पूरी तरह से दोहरीकरण का काम पूरा हो जाएगा।