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Indian Railway News : रेल हादसे रोकने के लिए रेलवे कर रहा नई तकनीक का प्रयोग, सेटेलाइट से की जाएगी ट्रेनों की निगरानी

Indian Railway News वर्तमान में रेलवे की खाली जमीन पर कौन कब्जा कर रहा या कब्जा किया जा चुका है इसके बारे में रेल प्रशासन को सही जानकारी नहीं मिल पाती है। जब तक जानकारी होती है तब तक जमीन पर कब्जा कर भवन तैयार कर लिए जाते हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 08:39 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 08:39 AM (IST)
ट्रेन दुर्घटना की तत्काल मिल जाएगी जानकारी, रेलवे के प्रोजेक्ट पर हो सकेगी सीधे निगरानी।

मुरादाबाद, (प्रदीप चौरसिया)। Indian Railway News : वर्तमान में रेलवे की खाली जमीन पर कौन कब्जा कर रहा या कब्जा किया जा चुका है, इसके बारे में रेल प्रशासन को सही जानकारी नहीं मिल पाती है। जब तक जानकारी होती है, तब तक जमीन पर कब्जा कर भवन आदि तैयार कर लिए जाते हैं। तब इसे हटाने के लिए रेल अधिकारियों को न्यायालय का चक्कर लगानेे पड़ते हैंं। कुछ मामले में जमीन पर कब्जा कराने में कर्मचारी की साठगांठ भी होती है।

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इसे रोकने के लिए रेलवे अब कवे ट्रेनों की सुरक्षा के साथ ही हादसों में कमी लाने के लिए तकनीक का प्रयोग बढ़ा रहा है। अब रेलवे सेटेलाइट से ट्रेन और अपनी संपत्ति की निगरानी करने की व्यवस्था कर रहा है। इसके माध्यम से बड़ी ट्रेन दुर्घटना की तत्काल जानकारी मिल जाएगी। मुरादाबाद रेल मंडल में चार एजेंसियों द्वारा रेललाइन व संपत्ति की मैपिंग का काम किया जा रहा है।रेलवे बोर्ड ने ट्रेन संचालन, आपदा प्रबंधन, संंपत्ति और निर्माण कार्य पर सेटेलाइट सिस्टम से निगरानी के लिए बजट में सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।

सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) ने पोर्टल तैयार किया है। सभी रेल मंडल को जियोग्राफिकल इंफार्मेशन मैपिंग सिस्टम द्वारा मैपिंग कराने का आदेश दिया है। इसके द्वारा अधिकारी अपने मोबाइल या पोर्टल पर पुल, रेल गुफा, रेल फाटक, सिग्नल, विद्युतीकरण, यार्ड, चलती ट्रेन, रेलवे स्टेशन, रेलवे कालोनी, खाली जमीन और बड़े निर्माण कार्य पर सीधे नजर रख सकते हैं। सीधे निगरानी से निर्माण कार्य में देरी होने पर उच्च अधिकारी संबंधित अधिकारी या निर्माण कराने वाली एजेंसी संचालक से वार्ता कर निर्माण कार्य में तेजी से लाने के निर्देश दे सकेंगे।

बड़ी दुर्घटना होने पर अधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर बचाव कार्य की भी सीधे निगरानी कर सकते हैं। मैपिंग के कार्य में देरी होने पर उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक में नाराजगी जताते हुए मैपिंग के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। मुरादाबाद मंडल में मैपिंग के कार्य के लिए चार एजेंसी को लगाया गया है। एजेंसी द्वारा ड्रोन कैमरे की मदद से सर्वे किया जा रहा है। मंडल में मैपिंग का कार्य अक्टूबर तक पूरा होने की संभावना है।


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