भारतीय वायुसेना ने यूपी पुलिस से मांगा हॉकर हरिकेन विमान, जानिए इस बमवर्षक का सुनहरा अतीत...
उत्तर प्रदेश पुलिस का अमूल्य धरोहर कहा जाने वाला द्वितीय विश्व युद्ध का हॉकर हरिकेन विमान वायुसेना के सुपुर्द होगा। एक सीटर बम वर्षक विमान के हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हॉकर हरिकेन के बदले भारतीय वायुसेना यूपी पुलिस को मिग 21 विमान देने को तैयार है।
मुरादाबाद [श्रीशचंद्र मिश्र]। उत्तर प्रदेश पुलिस का अमूल्य धरोहर कहा जाने वाला द्वितीय विश्व युद्ध का हॉकर हरिकेन विमान वायुसेना के सुपुर्द होगा। एक सीटर बम वर्षक विमान के हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इससे संबंधित प्रस्ताव फिलहाल शासन में लंबित है। हॉकर हरिकेन विमान के बदले भारतीय वायुसेना यूपी पुलिस को मिग 21 विमान देने को तैयार है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी के राईडिंग ग्राउंड चक्कर की मिलक में हरिकेन विमान आपात स्थिति में 1967 में उतारा था। इसके बाद इसे 23वीं वाहिनी पीएसी के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस अकादमी के तत्कालीन निदेशक आइपीएस सीबी सत्पथी ने विमान का जीर्णोद्धार कराकर 21 दिसंबर, 2006 को दोबारा पुलिस अकादमी में स्थापित करवा दिया। इस वक्त हरिकेन विमान पुलिस अकादमी के अफसर मेस की शोभा बढ़ा रहा है। राह चलते लोगों की नजर ठहर जाती है। इसके सुनहरे अतीत को जानने व समझने की ललक हर किसी में होती है। हालांकि अहम जानकारी शिलापट्ट पर अंकित है।
हाकर हरिकेन विमान का इतिहास : द्वितीय विश्वयुद्ध (1936-1945) के बीच लड़ा गया। तब हाकर हरिकेन विमान इंग्लैंड की सेना का प्रमुख युद्धक विमान था। बाद में इसको खरीदकर भारतीय वायुसेना में भी शामिल कर लिया गया। इसकी अधिकतम गति 550 किमी प्रति घंटा थी। 22 हजार फीट की उंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता 480 किमी थी। अतिरिक्त ईंधन के साथ उड़ान क्षमता 1585 किमी थी। मशीन गन से लैस यह विमान 227 किलो का बम भी ले जा सकता था।
बदले में मिलेगा दूसरा लड़ाकू विमान मिग 21 : डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी के निदेशक राजीव कृष्ण ने बताया कि हाकर हरिकेन विमान के बदले भारतीय वायुसेना यूपी पुलिस को मिग 21 विमान देने को तैयार है। इससे संबंधित पत्र वायुसेना ने पुलिस अकादमी व उत्तर प्रदेश शासन को भेजा है। शासन से अनुमति मिलने के तत्काल बाद द्वितीय विश्व युद्ध का विमान भारतीय वायुसेना के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
हाकर हरिकेन से वायुसेना के लगाव की वजह : द्वितीय विश्व युद्ध में फेरीवाले तूफान के नाम से विख्यात रहा इंग्लैंड की वायुसेना के हाकर हरिकेन विमान से भारतीय वायुसेना का गहरा लगाव है। पुलिस अकादमी के एडीजी राजीव कृष्ण बताते हैं कि इकलौते मार्शल आफ द एयरफोर्स रहे अर्जुन सिंह हाकर हरिकेन पर उड़ान भर चुके हैं। इस तथ्य का पता चलने के बाद ही भारतीय वायुसेना हरहाल में हॉकर हरिकेन विमान पाने को लालायित है। पूरे भारत में हॉकर हरिकेन विमान सिर्फ पुलिस अकादमी के ही पास है। इसका दूसरा कोई प्रतिरूप फिलहाल मौजूद नहीं है।