Disturbed by power cut: भीषण गर्मी में बिजली ने उड़ाई लोगों की नींद,कटौती ने लोगों का जीना किया दुश्वार Rampur News
सैफनी में आठ साल में भी चालू नहीं हो सकी पेयजल आपूॢत। बार-बार हो रही बिजली कटौती से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रामपुर,जेएनएन। जून का महीना आधा बीत चुका है। आसमान से सूरज आग उगल रहा है। तपती दोपहर में लोग अपने-अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं। ऐसे में बिजली की अंधाधुंध कटौती ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। इस से लोग परेशान हो चले हैं।
जनपद में बिजली व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतरी चल रही है। गर्मी से बचने के लिए लोगों ने कूलर खरीदे थे। लेकिन, बिजली विभाग द्वारा की जा रही अंधाधुंध कटौती से वे शोपीस बनकर रह गए हैं। दिन तो किसी तरह कट जाता है, लेकिन रात के समय बिजली के बार-बार ट्रिपिग करने से गर्मी और उमस के बीच मच्छरों के कारण लोगों की नींद हराम हो जाती है। रोङ्क्षस्टग के नाम पर विभाग कई-कई घंटे बिजली सप्लाई बाधित रखता है। ऐसे में लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बिजली न होने से लोग घंटों गर्मी में परेशान होते रहते हैं। मंगलवार की रात में भी कई बार बिजली आपूॢत बाधित हुई। जिसके कारण लोगों की नींद उड़ गई। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी कटौती की जा रही है। पूछने पर बिजली कर्मचारी रोस्टिग का बहाना बना देते हैं। अधिशासी अभियंता भीष्म कुमार तोमर के अनुसार जितनी सप्लाई ऊपर से मिल रही है बिजलीघरों से उतनी दी जा रही है। गॢमयों के दिनों में जगह-जगह फॉल्ट होने पर बिजली बाधित हो जाती है। बिजली कर्मचारी फाल्ट को ठीक कर बिजली सप्लाई सुचारू करने के में लगे रहते हैं। रोस्टिग होने पर ही बिजली कटौती होती है।
बारिश से भीषण गर्मी में मिली राहत
बिलासपुर : नगर में हुई बारिश से क्षेत्रवासियों को भीषण गर्मी के चलते कुछ राहत तो मिली, लेकिन निचले मुहल्लों में जलभराव की समस्या को लेकर उन्हेंं खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश से गन्ना, धान आदि की फसलों को लाभ पहुंचा है। बुधवार की शाम साढ़े चार बजे हुई झमाझम बारिश से क्षेत्रवासियों को भीषण गर्मी से राहत की सांस ली। वहीं दूसरी ओर मुहल्ला साहूकारा, शीरी मियां, कायस्थान, भट्टी टोला, सिंह कालोनी, आनंदनगर, डाम कालोनी, लक्ष्मीनगर, सोमवार का बाजार आदि मुहल्लों में जलभराव की समस्या को लेकर क्षेत्रवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। उधर, क्षेत्र में बारिश होने को लेकर किसानों के चेहरों पर मुस्कान छाई है।
आठ साल में भी चालू नहीं हो सकी पेयजल आपूर्ति
करोड़ों रुपये की लागत से बना कस्बे में ओवरहेड टैंक पिछले आठ साल से सफेद हाथी बना है। नगरवासियों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। अब ग्राम पंचायत का दर्जा समाप्त होने के बाद नगर पंचायत का दर्जा मिलने पर नगरवासियों को स्वच्छ पानी मिलने की उम्मीद जगी है। उन्होंने इसे शीघ्र ही चालू कराने की मांग की है।
करीब 40 हजार की आबादी वाले कस्बे में लगभग आठ वर्ष पूर्व सपा शासनकाल में जल निगम द्वारा ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया गया था। पूरा होने के बाद कस्बे में पाइप लाइन डलवाने का काम शुरू कराया गया। दोनों ही काम पूरा होने के बाद अभी तक कस्बेवासियों को पानी की निर्धारित सप्लाई नहीं मिल पाई। टंकी के पानी का कस्बे में कई बार ट्रायल भी कराया जा चुका है। वहीं जल निगम द्वारा काफी संख्या में लोगों को कनेक्शन देने के बाद उनके दरवाजे तक टंकी की पाइप लाइन भी पहुंचा दी गई है। बावजूद इसके अभी तक पानी की नियमित सप्लाई को चालू नहीं किया गया है। कुछ लोगों ने अपने घरों में टंकी की फिटिंग भी करा रखी है। विकास की दौड़ में बिजलीए पानी, सड़क शिक्षा का बड़ा योगदान होता है। यह चारों चीजें गांव से लेकर शहर तक विकास की मुख्य धारा से जोड़ती हैं। इसी तरह से अपनी बस्ती को दूषित पानी से छुटकारा दिलाने को पानी की टंकी का लाखों रुपये खर्च कर निर्माण कराया गया था। इसका नगरवासियों को आठ वर्ष बीतने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिल रहा। पानी की टंकी नगरवासियों के लिए मुंह चिड़ा रही है। कस्बेवासियों ने शीघ्र ही टंकी के पानी की नियमित सप्लाई चालू कराने की मांग की है। नगर पंचायत के ईओ प्रेमचंद ङ्क्षबद का कहना है कि कस्बे में कनेक्शन के लिए परिसीमन कराया जा रहा है।