LokSabhaElection2019: मतगणना हाल में वाई-फाई के प्रयोग पर रहेगी पाबंदी
आगामी 23 मई को होने वाली मतगणना को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। निर्वाचन आयोग ने आईटी सुरक्षा को लेकर भी विशेष निर्देश जारी किए हैं।
मुरादाबाद। आगामी 23 मई को होने वाली मतगणना को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। निर्वाचन आयोग ने आईटी सुरक्षा को लेकर भी विशेष निर्देश जारी किए हैं। इसमें मतगणना कक्ष में मोबाइल फोन के साथ ही वाई-फाई के प्रयोग पर पाबंदी लगा दी है।
मतगणना के लिए 456 कर्मचारियों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। काउंटिंग से ठीक एक दिन पहले कर्मचारियों को यह जानकारी दी जाएगी कि वह किस विधानसभा में तैनात रहेंगे। शुक्रवार को पंचायत भवन सभागार में मतगणना कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें उन्हें मतगणना के संबंध में क्या सावधानी बरतनी है और कैसे डाटा शीट पर उपलब्ध कराना है,इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं दूसरे चरण का प्रशिक्षण 22 मई को मतगणना से ठीक एक दिन पहले संपन्न होगा। इसी दौरान कर्मचारियों को ड्यूटी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के तकनीकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
एक विधानसभा में होगी 19 टेबल
मतगणना कक्ष में अभी तक 14 टेबल लगायी जाती थी। लेकिन, इस बार अतिरिक्त टेबलों के साथ 19 टेबल पर मतगणना का कार्य संपन्न होगा। इसमें पोस्टल बैलट की गिनती करने के लिए अलग टेबल होगी।
आखिरी चरणों में होगी वीवीपैट पर्ची गिनती
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इस बार मतगणना में वीवीपैट की पर्ची भी गिनी जाएगी। लेकिन इन पर्चियों की गिनती आखिरी के पांच चरणों में संपन्न होगी। जनपद के छह विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा से पांच बूथों की पर्चियों का मिलान किया जाएगा।
डीएम ने किया परिसर का निरीक्षण
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने मतगणना परिसर का गुरुवार को निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को टेबल, बैरीकेडिंग के साथ ही मीडिया कैंप बनाने को कहा। इस दौरान सभी अधिकारी मौजूद रहे।
मतगणना की तैयारियां शुरू
बिलारी। तहसील सभागार में मतगणना के लिए प्रत्याशियों के एजेंट बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विधानसभा बिलारी क्षेत्र के एजेंट पास तहसील कार्यालय से ही बनाए जाएंगे। एजेंट के आवेदन करने की अंतिम तारीख 20 मई है। 23 मई को मतगणना प्रारंभ होगी। मतगणना की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता बनाए रखने के लिए तहसील प्रशासन भी पूरे जोर-शोर से जुट गया है। इसी संबंध में एआरओ एसडीएम कुवंर पंकज की ओर से तहसील सभागार में बुलाई गई। इसमें राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों अथवा प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया। एजेंट बनने संबंधी जानकारी प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों को दी। बताया गया कि एजेंट को मतगणना स्थल पर सुबह सात बजे पहुंचना होगा। स्ट्रांग रूम से ईवीएम सवा सात बजे सभी एजेंटों की मौजूदगी में निकाली जाएंगी। मतगणना 29 चक्र में होगी। ईवीएम और वीवीपैट के मतों का मिलान किया जाएगा। यदि कोई अंतर पाया जाता है तो वीवीपैट के रिकॉर्ड को प्राथमिकता दी जाएगी। बताया कि बूथ संख्या 41 की मतगणना टेबल पर नहीं होगी। पीठासीन अधिकारी ने मतदान के बाद सूचित किया था कि वह माक पाल के ईवीएम की सीआरसी करना भूल गया। यह जानकारी भारत निर्वाचन आयोग को भेजकर वहां से निर्देश मांगा गया था। आयोग ने बताया कि इस ईवीएम को अलग कर दिया जाए इसकी गणना वीवीपैट से की जाएगी। एजेंट बनने के लिए फार्म 18 और सभी औपचारिकताएं पूरी करके कार्यालय में जमा कर दें। किसी कारणवश यदि कोई प्रत्याशी अपना एजेंट बदलता है तो से फार्म 19 भर कर जमा करना होगा। एजेंट बनने के लिए चुनाव आयोग से जो दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं उसके अनुसार कोई भी अपराधी व्यक्ति एजेंट नहीं बनाया जाएगा। यह भी बताया गया कि जिसे सरकार की ओर से सुरक्षा के लिए गार्ड प्राप्त हैं वह भी एजेंट नहीं बन सकेंगे। इस नए निर्देश से कई प्रत्याशियों में खलबली मची है। सभी प्रत्याशियों के प्रतिनिधि एजेंट बनने की प्रक्रिया में जुट गए हैं। कई आवेदन तहसील कार्यालय में किए गए हैं। बैठक में प्रत्याशी वाजिद हुसैन अंसारी, कांग्रेस प्रत्याशी मेजर जेपी सिंह, जिला सचिव शाकिर मलिक, भाजपा के हनी गुप्ता, रजनीश गर्ग आदि आदि थे।
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