एमडीए में प्लाट की रजिस्ट्री में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा Moradabad News
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के कार्यालय में किस तरह भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा किया गया है इसकी परतें धीरे धीरे अब खुलने लगी हैं।
By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 01 Aug 2019 11:46 PM (IST)Updated: Fri, 02 Aug 2019 02:30 PM (IST)
मुरादाबाद, जेएनएन: भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा प्राधिकरण के कार्यालय में किस तरह किया गया है,इसकी परतें अब खुलने लगी हैं। नया मुरादाबाद में लॉटरी में निकले प्लाट का नंबर बदलकर दूसरे प्लाट की रजिस्ट्री कराने पर एक बाबू पर कार्रवाई करते हुए उपाध्यक्ष दो वर्ष तक वेतन वृद्धि पर रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं। एमडीए में लॉटरी निकालकर आवेदकों को प्लाट आवंटित किए जाते हैं। साल 2014 में एमडीए ने नया मुरादाबाद में लॉटरी के माध्यम से नीरू ग्रोवर पत्नी प्रवीन ग्रोवर को भूखंड संख्या 8 बी-203 आवंटित हुआ था,लेकिन जब आवंटी को रजिस्ट्री कराई गई उस दौरान बड़ी चालाकी से प्लाट संख्या को बदलकर 8 बी-560 कर दिया गया। आवंटी भी इस मामले में चुपचाप घर में बैठ गए। लेकिन दो माह पूर्व आवंटित प्लाट का कब्जा प्रमाण पत्र लेने के लिए आवंटी नीरू ग्रोवर एमडीए कार्यालय पहुंचीं तो उनकी फाइल चेक हुई। इस दौरान फाइल में प्लाट बदलने का मामला पकड़ में आया। उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने इस मामले की जांच अधीक्षण अभियंता एमके मिश्र को सौंपी। जांच में पता चला कि फाइल में प्लाट संख्या बदलने का काम पटल के बाबू कमर इकबाल के द्वारा किया गया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर उपाध्यक्ष ने बाबू पर कार्रवाई करते हुए आगामी दो साल की वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है।
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