एकतरफा प्यार में युवक ने वो किया, जिसे सुनकर कांप जाएगी आपकी रूह
मुरादाबाद (जेएनएन)। एकतरफा प्यार में सिरफिरे युवक ने ऐसा काम किया, जिसे सुनकर आपकी भी रूह कांप जाएगी।
मुरादाबाद (जेएनएन)। एकतरफा प्यार में सिरफिरे युवक ने ऐसा काम किया, जिसे सुनकर आपकी भी रूह कांप जाएगी। प्यार पाने में नाकाम होने पर उसने तीन साथियों के साथ मिलकर महिला के पति की हत्या कर दी। शव को टाटा मैजिक में डालकर हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र में फेंक दिया। आरोपित चार साल से युवती को एकतरफा प्यार करता था, जबकि वह दूसरे से प्रेम करती थी। उसके साथ भाग कर शादी भी कर ली थी। इतना ही नहीं परिवार से छिपकर दोनों उधमसिंह नगर से मुरादाबाद में आकर रहने लगे थे। कपड़ों से की थी परिजनों ने शव की शिनाख्त
एसपी सिटी अंकित मित्तल ने बताया कि 18 मई को हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र में मिले शव की पहचान कुलदीप पुत्र हरिकेश निवासी भगवंतपुर थाना जसपुर नैनीताल के रूप में हुई है। परिवार के लोगों ने कपड़ों के आधार पर शव की पहचान की है। कुलदीप की हत्या उसकी पत्नी अंशु के पहले प्रेमी रामवीर निवासी सुल्तानपुर पट्टी थाना बाजपुर उधमसिंह नगर ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर की है। पुलिस ने हत्यारोपित दीपक और संजीव मौर्या को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी दो आरोपित अभी पकड़ से दूर है।
एकतरफा प्यार को पाने की चाहत में बना हत्यारोपित
त्रिकोणीय प्रेम कहानी की शुरुआत उधमसिंह नगर के बाजपुर थाने के सुल्तानपुर पट्टी से हुई थी। वहां रामवीर चौधरी, दीपक सैनी निवासी ढकिया गुलाबी थाना काशीपुर रुद्रपुर उत्तराखंड, मनोज सैनी उर्फ बड़े उर्फ पप्पू और संजीव मौर्या निवासी लेहए लाडपुर थाना दजीर गंज बदायूं मिट्टी ढुलाई का काम करते थे। उनके साथ ही अंशु निवासी सोनकपुर थाना बिलारी का परिवार और नैनीताल के जसपुर भगवंतपुर निवासी कुलदीप भी काम करता था। रामवीर को अंशु से एकतरफा प्यार था, जबकि अंशु कुलदीप से प्यार करती थी। कुलदीप को अंशु का परिवार स्वीकार नहीं कर रहा था। फरवरी में अंशु कुलदीप के साथ भागकर मुरादाबाद के कटघर में रहने लगी। अंशु के पिता ने बाजपुर थाने में कुलदीप के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया था, जो कोर्ट में विचाराधीन है। रामवीर तब से लगातार अंशु की तलाश कर रहा था।
शराब में जहर दिया और हजरतनगर गढ़ी में फेंका
18 मई को रामवीर अपने साथी दीपक सैनी, संजीव मौर्या और मनोज सैनी के साथ मुरादाबाद कुलदीप के घर पहुंचा था। चारों के साथ कुलदीप ढुलाई का काम करने के लिए घर से निकल गया। रामगंगा पुल के पास रामवीर ने कुलदीप की शराब में जहर देकर हत्या कर दी। उसके बाद दीपक सैनी के टाटा मैजिक में डालकर उसके शव को हजरत नगर गढ़ी में फेंक दिया।
अंशु ने पिता को किया था हत्या में नामजद
कुलदीप की हत्या के बाद अंशु ने पिता विनोद खटपटिया को नामजद कर दिया था। पुलिस ने विनोद को हिरासत में लेकर पूछताछ की। अंशु मान रही थी कि पिता नहीं चाहते थे कि वो कुलदीप से शादी करे। इसलिए कुलदीप की हत्या करा दी। चौकी प्रभारी मुकेश कुमार ने पड़ताल की तो पूरा मामला ही बदल गया।