CAA Protest : संविधान बचाने की लड़ाई है नागरिकता संशोधन कानून का विरोध : इमरान प्रतापगढ़ी Moradabad news
नया नागरिकता कानून लागू होने के बाद से ही देश भर में इसको लेकर बवाल चल रहा है। मुरादाबाद में ईदगाह में कई दिन से महिलाएं धरना दे रही हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। कांग्रेसी नेता एवं मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून की लड़ाई सिर्फ मुसलमानों की नहीं बल्कि संविधान को बचाने की लड़ाई है। मेरे भाइयों और बहनों पत्थर मत उठाना। सरकार तो यही चाहती है कि तुम पत्थरों उठाओ और वह गोली चलवा दे। किसी से डरने की जरूरत नहीं है। संविधान ने हमें आंदोलन का हक दिया है, इस बार वजूद का सवाल है इसलिए डटे रहिए। वह शहर में जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को ईदगाह के मैदान में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा 53 दिन से वह पूरे देश में हो रहे आंदोलन में जा रहे हैं। देश में दो तरह की ताकतें काम कर रही हैं। एक वो लोग हैं जो गोडसे की विचारधारा वाले हैं, उनके हाथों में तमंचे और रिवाल्वर हैं। वह देश को बांटने का काम कर रहे हैं। एक हम लोग हैं जो गांधी जी की विचारधारा पर आगे बढ़ कर संविधान को बचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई शासन से है। प्रशासन से नहीं। पुलिस और प्रशासन के लोग भी हमारे बीच के ही हैं। एनआरसी और एनपीआर आया तो हमें ही नहीं उन्हें भी कागज दिखाने होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक पर कानून बनाते समय कहा था कि कि मुस्लिम महिलाओं पर बहुत जुल्म हो रहा है। अब उन्हें मुस्लिम महिलाओं की परवाह नहीं है। अगर वह मुस्लिम महिलाओं के हमदर्द है तो शाहीनबाग जाएं और उनसे बात करें। मैं अपनी मां और बहनों का शुक्रगुजार हूं और उन्हें सलाम करता हूं जिन्होंने देश में इतना बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया। रानी लक्ष्मीबाई की तरह डटी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ मुस्लिमों की नहीं देश के हर नागरिक को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए लाइनों में लगना होगा। शासन और पुलिस प्रशासन उन पर चाहे जितने जुल्म कर ले वह पीछे नहीं हटने वाले, जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी लड़ाई जारी रहेगी। आपको बता दें कि इमरान प्रतापगढ़ी ने कांग्रेस के टिकट पर मुरादाबाद से 2019 लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे और तीसरे स्थान पर रहे थे।