Lockdown in Moradabad : लॉकडाउन में प्रशासन की हेल्पलाइन ही हेल्पलेस, फोन करने पर मिल रहा बस आश्वासन Moradabad News
संकट की इस घड़ी में प्रशासनिक अफसरों के हेल्पलाइन नंबर हेल्पलेस साबित हो रहे हैं। हेल्पलाइन नंबर का प्रचार-प्रसार तो खूब किया गया मगर जनता को इन नंबरों से फायदा नहीं मिल रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। संकट की इस घड़ी में प्रशासनिक अफसरों के हेल्पलाइन नंबर हेल्पलेस साबित हो रहे हैं। हेल्पलाइन नंबर का प्रचार-प्रसार तो खूब किया गया, मगर जनता को इन नंबरों से फायदा नहीं मिल रहा है। दिन भर फोन मिलाते शाम हो जाती है लेकिन, फोन नहीं उठता। कभी उठ भी गया तो राहत देने के आश्वासन देकर भूल जाते हैं। सबसे बड़ी समस्या उन गरीब परिवारों की है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और उनकी मजदूरी भी लॉक डाउन में ठप है। ऐसे में उनको प्रशासन से राशन की गुहार लगाने के लिए हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ रहा है। प्रशासनिक फोन न उठने से परेशान लोगों ने जागरण के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया तो उन्हें सामाजिक व्यक्तियों के माध्यम से राशन उपलब्ध कराया गया।
ऐसे कई उदाहरण हैं। नया गांव में 15 परिवार किराए पर रहते हैं। लॉकडाउन में इनकी मजदूरी ठप होने से प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किए लेकिन राशन का तो छोडि़ए भोजन तक नसीब नहीं हुआ। जागरण के माध्यम से 15 परिवारों को राशन उपलब्ध कराया गया। मुंढापांडे के दुलारी गांव में कम राशन देने की समस्या है लेकिन, फोन करने के बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। गोविंद नगर के मनोज ने बताया कि उन्होंने राशन की समस्या को लेकर प्रशासनिक हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया लेकिन, फोन उठा ही नहीं। पीतल बस्ती की अंजना ने भी राशन कम मिलने की शिकायत अफसरों से करनी चाही, मगर फोन नहीं उठा।