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नमस्कार कैदी भाइयों और बहनों, आप सुन रहे हैं जेल एफएम Rampur news

नमस्कार कैदी भाइयों और बहनों आप सुन रहे हैं जेल एफएम। जल्द ही रामपुर जिला कारागार में यह आवाज गूंजेगी।

By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 24 Sep 2019 01:49 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 01:49 PM (IST)
नमस्कार कैदी भाइयों और बहनों, आप सुन रहे हैं जेल एफएम Rampur news

भास्कर सिंह,( रामपुर ): नमस्कार कैदी भाइयों और बहनों, आप सुन रहे हैं जेल एफएम। जल्द ही रामपुर जिला कारागार में यह आवाज गूंजेगी। जेल के बंदियों और कैदियों के स्वस्थ मनोरंजन के लिए प्रदेश की सभी जेलों में स्टूडियो की स्थापना की जा रही है। रामपुर में भी इसके प्रयास शुरू हो गए हैं। बंदियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें खास बात यह होगी कि जेल के बंदी ही इसमें रेडियो जॉकी होंगे, जो जेल के समाचार से लेकर फरमाइशी गीत भी सुनाएंगे। बंदियों और कैदियों द्वारा कविता, कहानी, गीत और गजलें प्रस्तुत की जाएंगी। 

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जेल में बने स्टूडियो से होगा संचालन

जेल रेडियो के संचालन के लिए रामपुर जिला कारागार में बकायदा एक स्टूडियो बनाया जा रहा है। इसी स्टूडियो से पूरे रेडियो स्टेशन का प्रसारण एवं नियंत्रण होगा। पूरा कारागार परिसर एक आधुनिक साउंड तकनीक के तहत आपस में जुड़ेगा। जेल स्टूडियो से प्रसारित होने वाले कार्यक्रम सभी बैरकों के बंदी सुन सकेंगे। प्रत्येक सुबह सभी बैरकों के बंदियों से उनके पसंदीदा कार्यक्रमों की फरमाइशों को एकत्र किया जाएगा। दोपहर बाद उनका प्रसारण किया जाएगा। 

शुरुआत में एक घंटे तक होगा प्रसारण

जिला कारागार के अधीक्षक पीडी सलोनिया ने बताया कि शुरुआत में कार्यक्रम का प्रसारण दोपहर तीन से चार बजे तक होगा। प्रसारण के लिए तीन बंदियों ने रेडियो जॉकी बनने की इच्छा जताई है। उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इनमें मिलक के महीपाल, स्वार के रवि और शाहबाद के अवनीश शामिल हैं। तीनों विचाराधीन बंदी हैं। ये तीनों अन्य कैदियों और बंदियों को उनकी फरमाइश पर गीत सुनाएंगे। जेल के समाचार पढ़ेंगे। इसके अलावा टैलेंट हंट कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा, जिसमें कोई भी बंदी गीत, गजल या कहानी सुना सकता है। 

एटा के प्रदीप रघुनंदन की पहल से हुआ संभव

जेल रेडियो की पहल एटा जिले के सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप रघुनंदन के प्रयासों से संभव हो सकी है। वह जेल सुधार के क्षेत्र में पिछले 13 वर्षों से सक्रिय हैं। रामपुर जेल में इसी मकसद से आए प्रदीप ने बताया कि जेलों में बंदियों की मनोदशा सुधारने के लिए यह प्रयास किया गया है। हमारा उद्देश्य है कि जेलों में बंदियों और कैदियों को स्वस्थ मनोरंजन मिले। वे अवसाद की स्थिति में न पहुंचें। हमारा प्रयास है कि दो अक्टूबर तक रामपुर जेल रेडियो की शुरुआत कर सकें। इसके लिए जेल में स्टूडियो के लिए जगह का चयन कर लिया है। उन्होंने बताया कि आगरा और एटा समेत प्रदेश की कुछ जेलों में यह प्रयोग सफल होने के बाद मुख्यमंत्री ने इसे सभी जेलों में करने के आदेश दिए हैं। जल्द ही प्रदेश की सभी जेलों में यह सुविधा उपलब्ध होगी। 


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