गंगा का जलस्तर बढ़ा, अमरोहा के तिगरीधाम में कई झोपडिय़ां डूबीं
गंगा का जलस्तर बढऩे से तिगरीधाम में परेशानी खड़ी हो गई है। हालांकि संबंधित विभाग की ओर से अभी किसी भी तरह के खतरे का अंदेशा नहीं जताया जा रहा है।
अमरोहा, जेएनएन। पहाड़ी जलाशयों से छोड़े जा रहे पानी के चलते सोमवार को गंगा में जलस्तर और बढ़ जाने से तिगरीधाम में गंगा घाट पर रखीं पुरोहितों की झोपडियां जलमग्न हो गई। इससे पुरोहितों व दुकानदारों में खलबली भी मची रही।
10 दिन से लगातार छोड़ा जा रहा पानी
बिजनौर बैराज से पिछले करीब दस दिन से लगातार गंगा में पानी छोड़ा जा रहा है। तिगरी बाढ़ नियंत्रण खंड चौकी के जेई प्रदीप कुमार ने बताया कि यह सिलसिला सोमवार को भी जारी रहने से शाम को गंगा के जलस्तर में और वृद्धि हो गई। गंगा का पानी घाट तक पहुंचने से वहां किनारे की तरफ रखी पुरोहितों की झोपडिय़ां व दुकानें भी जलमग्न हो गई। इससे घबराएं लोग उन्हें बचाने में जुट गए। वहीं देरशाम जेई ने बताया कि गंगा के जलस्तर में वृद्धि जरूर हो रही है लेकिन अभी खतरे जैसी कोई बात नहीं है। बता दें कि मानसून का समय भी आ गया है। ऐसे में जलस्तर बढऩे से बाढ़ की भी संभावना बनी रहती है। ऐसे हालात में यदि आगामी दिनों में बारिश हो गई तो खतरा और बढ़ जाएगा। नदी के किनारे लगाए गए फसलों में भी पानी भर सकता है। इसके अलावा कई गांवों में भी पानी घुसने का खतरा रहेगा।
की जा रहीं तैयारियां
हालांकि इसको देखते हुए जिला मुख्यालय पर तैयारियां भी की जा रही हैं। चूंकि जनपद में गंगा मंडी धनौरा तहसील क्षेत्र से होते हुए हसनपुर क्षेत्र के रास्ते आगे निकल रहीं है। इन दिनों में इन दोनों तहसील क्षेत्रों में ही बाढ़ की आशंका बनीं रहती है। इसको देखते हुए ही गजरौला के गांव पपसरा खादर में तीन करोड़ से बांध की मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है।