फर्जीवाड़े में फंसा जेई अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा, अब एमडीए के नाम पर की धोखाधड़ी
Moradabad Crime News सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एमडीए में तैनात रहे अवर अभियंता के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। जेई पर पुलिस ने फर्जी आवंटन पत्र देकर 18 लाख रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Crime News : सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एमडीए में तैनात रहे अवर अभियंता के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। जेई पर मधुर विहार कालोनी निवासी गौरव मल्होत्रा की तहरीर पर पुलिस ने फर्जी आवंटन पत्र देकर 18 लाख रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। धोखाधड़ी का शिकार हुए गौरव मल्होत्रा ने बताया कि वह अपने दोस्त इकबाल हुसैन के साथ नवंबर 2018 में नवीननगर निवासी दोस्त हरीश मल्होत्रा के घर गए थे। वहां पर एमडीए के जेई राजेंद्र राव से मिले थे।
इस दौरान आरोपित जेई ने प्राधिकरण से कम रेट पर प्लाट दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद आरोपित अवर अभियंता राजेंद्र राव ने रामगंगा विहार में एक भूखंड और दीनदयालनगर में दो आवास आवंटित कराने के नाम पर तीन फरवरी 2019 को 12 लाख रुपये लिए थे। अवर अभियंता ने भूखंड और आवास को आवंटित कराने के नाम पर तीन फार्म लाकर दिए थे। जिन्हें गौरव ने खुद के साथ ही दोनों आवास का आवंटन मां प्रमिला और पिता राजेंद्र मल्होत्रा के नाम से किया था। आरोप है कि रकम और आवेदन पत्र लेने के बाद आरोपित अवर अभियंता ने उन्हें रसीद भी लाकर दी थी।
रसीद देने के बाद जेई ने छह लाख रुपये के चेक लिए थे। कुल 18 लाख रुपये लेने के बाद अवर अभियंता ने कहा कि जल्द ही एमडीए की सूची में उसका नाम जारी हो जाएगा। आरोप है कि इसी दौरान आरोपित अवर अभियंता का स्थानांतरण बांदा जनपद हो गया। इसके बाद ठगी का शिकार हुए गौरव ने संबंधित प्लाट और आवास के बारे में एमडीए जाकर जानकारी की तो पता चला कि वह पहले से ही किसी और के नाम पर आवंटित है। फर्जीवाड़े की जानकारी होने पर गौरव ने सिविल लाइंस थाने में जाकर इस मामले की शिकायत की।
जिसके बाद आरोपित जेई ने पुलिस के सामने तीन चेक देकर रकम लौटा दी। लेकिन जब जेई के दिए चेक को खाते में लगाया गया तो कैश नहीं मिला। परेशान होकर पीड़ित गौरव ने थाने में तहरीर देकर आरोपित जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की। सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित अवर अभियंता राजेंद्र राव के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दिसंबर 2013 में 22.50 लाख की धोखाधड़ीः आरोपित अवर अभियंता के खिलाफ दिसंबर 2013 में धोखाधड़ी के आरोप लगे थे। फर्जी प्लाट आवंटन मामले में दो सगे भाइयों ने एमडीए में तैनात रहे आरोपित अवर अभियंता राजेन्द्र राव के साथ ही केनरा बैंक के अफसरों के खिलाफ साढ़े 22 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया मुकदमा दर्ज कराया था। रामगंगा विहार फेज-वन निवासी शिवराज स्वरूप भटनागर ने तहरीर देकर कहा कि दीनदयाल नगर फेज-वन निवासी एमडीए के बर्खास्त जेई राजेंद्र राव ने जुलाई 2013 में आरोपित जेई ने प्लाट दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये लिए,इसके बाद लिखापढ़ी के लिए 50 हजार रुपये अलग से लिए गए थे। इसके बाद उन्हें फर्जी आवंटन पत्र भी जारी कर दिया था। उस दौरान आरोपित अवर अभियंता को फिरोजाबाद विकास प्राधिकरण में घोटाले के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था।
11 लोगों को बांटे थे फर्जी आवंटन पत्र,एमडीए ने आवंटियों के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमाः आरोपित अवर अभियंता राजेन्द्र राव ने साल 2013 में ही मुरादाबाद के 11 लोगों से लाखों रुपये हड़प करके फर्जी आवंटन पत्र जारी कर दिए थे। इन आवंटन पत्रों को देखने के बाद तत्कालीन एमडीए अधिकारियों ने फर्जी आवंटन पत्र की शिकायत करने आए लोगों पर भी सिविल लाइंस थाने में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था। आरोपित अवर अभियंता मुरादाबाद का निवासी है। आरोपित अवर अभियंता के पिता पारकर कालेज में गणित के अध्यापक थे। स्थानीय जान-पहचान का फायदा उठाकर वह सालों से एमडीए के नाम पर धोखाधड़ी कर रहा है।