सांसद आजम खां के करीबी पूर्व सीओ आले हसन खां को जेल में मिली दाल-रोटी, कोरोना टेस्ट निगेटिव
Former CO Alee Hassan in jail पूर्व सीओ आले हसन जेल में हैं। जहां कभी वह कोतवाल थे वहीं के हवालात में उन्हें रात बितानी पड़ी। उन पर कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
रामपुर, जेएनएन। अस्थायी जेल में बंद सांसद आजम खां के करीबी पूर्व सीओ आले हसन खां की कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्हे जेल के मैनुअल के मुताबिक दूसरे बंदियों की तरह दाल-रोटी खाने में दी गई। अस्थायी जेल में उनकी पहली रात करवट बदलते हुए गुजरी।
पिछले साल सांसद आजम खां और उनके करीबियों के खिलाफ ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज किए गए थे। आले हसन खां के खिलाफ भी 53 मुकदमे दर्ज हुए। सोमवार को वह अदालत में आत्मसमर्पण के लिए आए थे, लेकिन उन्हें अदालत में हाजिर होने से पहले ही सिविल लाइंस पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। जिस मुकदमे में उनकी गिरफ्तारी की गई है, वह छह अक्टूबर 2019 को आगापुर गांव निवासी मुन्ने खां पुत्र जुम्मा खां ने सिविल लाइंस कोतवाली में दर्ज कराया था। इसमें आरोप था कि तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खां, लेखपाल आनंदवीर, जमीन अहमद और जरीफ अहमद ने उनकी व अन्य किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा करा दिया। इस मुकदमे में वह फरार चल रहे थे। इस पर एसपी ने उनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा था। अदालत ने भी इस मुकदमे में हाजिर न होने पर वारंट और कुर्की नोटिस जारी कर दिए थे।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को उनके पास से फर्जी आधार कार्ड, फर्जी पहचान पत्र और हाईकोर्ट का फर्जी आदेश मिला था। इस पर सिविल लाइंस पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी करके फर्जी दस्तावेज रखने के आरोप में एक और मुकदमा दर्ज कर लिया था। मंगलवार को उन्हें जिला अस्पताल में कोरोना की जांच कराकर कोर्ट के आदेश पर अस्थायी जेल भेज दिया था। जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया ने बताया कि पूर्व सीओ की कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है, लेकिन उन्हें 14 दिन अस्थायी जेल में ही रखा जाएगा। यह अवधि पूरी होने पर जिला कारागार में दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया कि अस्थायी जेल में तीन हॉल बने हैं, जहां बिजली, पंखे आदि की सुविधा है। बिजली जाने पर जनरेटर से सप्लाई दी जाती है। यहां रखे बंदियों को जेल में बनने वाला खाना ही दिया जाता है।