अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को गजरौला में किया गया था गिरफ्तार
Former Chief Minister Kalyan Singh अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को गजरौला में गिरफ्तार किया गया था। छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिरा दिया गया था। इसके बाद कल्याण सिंह सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था।
मुरादाबाद, जेएनएन। Former Chief Minister Kalyan Singh : अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को गजरौला में गिरफ्तार किया गया था। छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिरा दिया गया था। इसके बाद कल्याण सिंह सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था। इसके विरोध में भाजपा ने दिल्ली में आंदोलन किया था। दिल्ली जा रहे कल्याण सिंह को गजरौला में गिरफ्तार कर लिया गया था।
तब गजरौला और अमरोहा भी मुरादाबाद जिले में ही शामिल थे। मुरादाबाद के तत्कालीन जिलाधिकारी विद्यानंद गर्ग ने खुद गजरौला पहुंचकर गिरफ्तार कराया था। उन्हें गजरौला की ही एक फैक्ट्री के गेस्ट हाउस में रखा गया था।रामपुर के भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना ने बताया कि सरकार बर्खास्त किए जाने के विरोध में भाजपा ने 25 दिसंबर 1992 को दिल्ली में सत्याग्रह किया था। आंदोलन में शामिल होने जा रहे कल्याण सिंह को गजरौला में गिरफ्तार किया गया था।
1994 में गजरौला आए थे कल्याण सिंह, दो घंटे तक कार्यकर्ताओं में भरा था जोश : बात 1994 की है। जब कल्याण सिंह औद्योगिक नगरी गजरौला में आए थे। उन्होंने यहां पर सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में प्रतिभाग किया था और करीब दो घंटे तक कार्यकर्ताओं संवाद करते हुए उनमें जोश भी भरा था। उसके बाद वह फिर कभी गजरौला नहीं आए।उस समय संबंधित बैठक में जिला प्रचार मंत्री की हैसियत से शामिल हुए गजरौला के गांव कुमराला बहादुरपुर निवासी भाजपा नेता जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1994 में कल्याण सिंह गजरौला के सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में पहुंचे थे।
उन्होंने यहां पर लगभग दो घंटे तक कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए उनमें जोश भी भरा था। जितेंद्र कुमार बताते हैं कि उस समय जिला मुरादाबाद था और जिले के जिला अध्यक्ष डॉ नेपाल सिंह हुआ करते थे। उस बैठक में जिला अध्यक्ष भी मौजूद थे। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 1992 में उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह की सरकार थी और अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद होने पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह 1994 में पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में गजरौला पहुंचे थे। जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कल्याण सिंह के संबोधन को सुनकर कार्यकर्ताओं में एक अलग सी ऊर्जा पैदा हुई थी। फिर कभी कल्याण सिंह गजरौला में नहीं आए।