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अलीगढ़ में जन्म और कर्म भूमि मुरादाबाद, नहीं रहे भाजपा के ऐसे पूर्व सांसद डॉ. नैपाल सिंह

पूर्व सांसद डॉ. नैपाल सिंह को शुक्रवार दोपहर में अचानक घबराहट हुई। इसके बाद परिजन अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 05:18 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 07:10 PM (IST)
अलीगढ़ में जन्म और कर्म भूमि मुरादाबाद, नहीं रहे भाजपा के ऐसे पूर्व सांसद डॉ. नैपाल सिंह
अलीगढ़ में जन्म और कर्म भूमि मुरादाबाद, नहीं रहे भाजपा के ऐसे पूर्व सांसद डॉ. नैपाल सिंह

मुरादाबाद [उमेश लव] पांच बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य और रामपुर से भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. नैपाल सिंह नहीं रहे। 79 वर्षीय डॉ. नैपाल सिंह का जन्म अलीगढ़ जिले में हुआ और उनकी कर्मभूमि मुरादाबाद रही। वह मुरादाबाद सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जिगर कॉलोनी में रहते थे। डॉ नैपाल सिंह पहली बार वर्ष 1986 में बरेली-मुरादाबाद मंडल स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। उन्होंने 2014 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की।

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डॉ. नैपाल सिंह का जन्म 12 अगस्त 1940 ( 79) को चंदौला, अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) में कृषक और प्रोफेसर (सेवानिवृत्त) रामकबाल सिंह के घर हुआ। मां श्रीमती दुर्गा देवी थी और डॉ नैपाल सिंह की जीवन संगिनी श्रीमती आदित्या हैं। दो बेटे और तीन बेटियां हैं। सभी विवाहित हैं। फिलहाल, मुरादाबाद के जिगर कालोनी में रहते हैं। शिक्षक विधायक बनने के बाद प्रदेश सरकार में डॉ. नैपाल सिंह दो बार मंत्री रहे। इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में तमाम उल्लेखनीय कार्य किए। उनका अंतिम चुनाव क्षेत्र रामपुर रहा।

रामपुर मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र है और यहां सपा नेता आजम खां का दबदबा रहता है, मगर उन्होंने वर्ष 2014 में रामपुर संसदीय सीट मतगणना के अंतिम दौर में जीती और सांसद बने जबकि राजनीतिक समीक्षकों ने इसकी कल्पना भी नहीं की थी क्योंकि रामपुर मुस्लिम बहुल सीट है। उन्होंने सपा के नसीर अहमद खान को हराकर भाजपा का परचम रामपुर में लहराया था।

इससे पूर्व वर्ष 1997 से 2002 उत्तर प्रदेश सरकार के आधीन माध्यमिक शिक्षा और भाषा मंत्री रहे, जबकि 1986 - 2014 (कार्यकाल के दौरान) नैपाल सिंह पांच बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य थे। इसके अलावा वर्ष 2014 अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण पर समिति के सदस्य चुने गए। इसी अवधि में नियम समिति के सदस्य चुने गए। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे डॉ. नैपाल सिंह शुक्रवार को जिगर कॉलोनी स्थित आवास पर ही थे। दोपहर में अचानक घबराहट सी हुई। इसके बाद परिजन अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। यह दुखद सूचना मिलते ही भाजपाई का उनके आवास पर पहुंचना शुरू हो गया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मंत्री नैपाल सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ एवं अनुभवी व लोकप्रिय राजनेता, पूर्व मंत्री डॉ. नैपाल सिंह जी के निधन की खबर सुनकर अत्यंत दुख पहुंचा। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि वे उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके शोकाकुल परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।


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