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Indian railway: रेल मार्ग से पहली बार भेजा जाएगा दुधारू पशु के लिए पौष्टिक आहार खल Moradabad News

रेल प्रशासन का लक्ष्य भले ही आय बढ़ाना हो लेकिन पशु को लेकर रेलवे ङ्क्षचतित है। मालगाड़ी से पहली बार दुधारू पुश के लिए पौष्टिक आहार खल की ढुलाई करने जा रहा है। मुरादाबाद रेल मंडल से अगले सप्ताह मिनी मालगाड़ी द्वारा खल को पश्चिम बंगाल भेजा जाएगा।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 05:52 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 05:52 PM (IST)
Indian railway: रेल मार्ग से पहली बार भेजा जाएगा दुधारू पशु के लिए पौष्टिक आहार खल Moradabad News
मालगाड़ी से पहली बार दुधारू पुश के लिए पौष्टिक आहार खल की ढुलाई

मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। रेल प्रशासन का लक्ष्य भले ही आय बढ़ाना हो, लेकिन पशु को लेकर रेलवे ङ्क्षचतित है। मालगाड़ी से पहली बार दुधारू पुश के लिए पौष्टिक आहार खल की ढुलाई करने जा रहा है। मुरादाबाद रेल मंडल से अगले सप्ताह मिनी मालगाड़ी द्वारा खल को पश्चिम बंगाल भेजा जाएगा।

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कोरोना संक्रमण के बाद नियमित ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया है। जिससे रेलवे की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। रेलवे आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए माल ढुलाई जोर दे रहा है। रेल मार्ग से कोरोना के पहले बहुत सारी वस्तुओं की ढुलाई नहीं किया जाता था, बल्कि सड़क मार्ग से ढुलाई किया जाता है। इन वस्तुओं की मालगाड़ी द्वारा ढुलाई कराने के लिए रेल प्रशासन ने बिजनेस डवलपमेंट यूनिट बनाया है। इस यूनिट की टीम छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों से सम्पर्क करना, रेल मार्ग से माल ढुलाई करने के लिए प्रेरित करता है। व्यापारी को उसका उत्पादन किस क्षेत्र में अच्छी कीमत पर बिक सकता है, इसकी जानकारी देता है। कुछ माह पहले तक भारत से नेपाल चीनी सड़क मार्ग से जाता था। मंडल रेल प्रशासन ने पहली बार रेल मार्ग द्वारा चीनी पहुंचने का काम किया है। किसानों के लिए कंपोस्ट खाद की ढुलाई करना शुरू कर दिया है।

रेलवे की बिजनेस डवलपमेंट यूनिट की नजर दुधारू पशु को देने वाले पौष्टिक आहार पर पड़ी है। मुरादाबाद रेल मंडल के रोजा के आसपास तेल निकालने की बड़े पैमान पर काम किया जाता है। तेल निकाले के बाद बचे अवशेष को खल कहा जाता है। इस खल से पश्चिम बंगाल के मालदा क्षेत्र में पशु के लिए पौष्टिक आहार तैयार किया जाता है। जिससे देश भर में भेजा जाता है। टीम के अधिकारियों ने क्षेत्र के व्यापारियों से वार्ता की और व्यापारी रेल मार्ग से खल भेजने को तैयार हो गए हैं। व्यापारी ने फिलहाल रोजा में 21 बोगी वाला मिनी मालगाड़ी मंडल रेल प्रशासन से मांगा है और 18 लाख रुपये किराया रेलवे के खाते में जमा कर दिया है।

मंडल वाणिज्य प्रबंधक गौरव दीक्षित ने बताया कि रेल मार्ग से पहली बार रोजा से मालदा के लिए खल भेजा जाएगा। अगले सप्ताह व्यापारी को मालगाड़ी की बोगी उपलब्ध कराया दिया जाएगा।


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