Move to Jagran APP

कल से सजेंगे पांच दिवसीय दुर्गा पूजा पंडाल, दुर्गा मूर्ति का साइज घटा

दुर्गा पूजा गुरुवार से शुरू हो रही है। इस बार दुर्गा पूजा के पंडाल भी छोटे सजेंगे। कोई भंडारा नहीं होगा और न पहले की तरह भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। साधारण रूप से मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन होगा। दुर्गा मां की मूर्ति का साइज आधा हो गया है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 09:18 PM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 09:18 PM (IST)
कल से सजेंगे पांच दिवसीय दुर्गा पूजा पंडाल, दुर्गा मूर्ति का साइज घटा
कल से सजेंगे पांच दिवसीय दुर्गा पूजा पंडाल, दुर्गा मूर्ति का साइज घटा

मुरादाबाद, जेएनएन। दुर्गा पूजा गुरुवार से शुरू हो रही है। इस बार दुर्गा पूजा के पंडाल भी छोटे सजेंगे। कोई भंडारा नहीं होगा और न पहले की तरह भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। साधारण रूप से मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन होगा। कोरोना महामारी के कारण इस बार दुर्गा मां की मूर्ति का साइज आधा हो गया है। हर साल कांशीराम नगर स्थित कालीबाड़ी में 11 फीट की दुर्गा मां की मूर्ति स्थापित होती थी लेकिन, इस बार साढ़े चार फीट की मूर्ति ही तैयार कराई है। कोरोना के कारण पश्चिम बंगाल के कोलकाता से कलाकार नहीं बुलाए गए हैं। कालीबाड़ी मंदिर के पुरोहित गौरीशंकर भट्टाचार्य ने स्वयं दुर्गा मां की मूर्ति तैयार की है। जितने स्थानों पर पिछले साल दुर्गा पूजा के पंडाल सजते थे, इस बार भी उतने ही सजेंगे लेकिन, कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए षष्टी, सप्तमी, अष्टमी व नवमी पर सीमित दायरे में रहकर कार्यक्रम होंगे। षष्टी पर मूर्ति स्थापना होगी और मां दूर्गा का आह्वान किया जाएगा। लेकिन, पिछले सालों की तरह भीड़ नहीं होगी। सप्तमी पर सरस्वती पूजन व अष्टमी पर संधि पूजा होगी। कालीबाड़ी मंदिर के सचिव एके मित्रा ने बताया कि 24 अक्टूबर को संधि पूजा में 108 दीपक व 108 कमल के फूलों से पूजा की जाएगी।

loksabha election banner

मनोरंजन सदन में मूर्ति की जगह होगी कलश स्थापना

मनोरंजन सदन में 85 साल पुरानी परंपरा पर कोरोना भारी है। दुर्गा पूजा पर इस बार मूर्ति स्थापना नही होंगी। कलश स्थापना करके मां का आह्वान किया जाएगा। कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए शारीरिक दूरी का पालन होगा। नृत्य कार्यक्रम के दौरान भी भीड़ सीमित रहेगी। दुर्गा पूजा की परंपरा के अनुसार मां की स्तुति से संबंधित आयोजन सभी होंगे लेकिन, भंडारा नहीं होगा। सौरभ चक्रवर्ती का कहना है कि षष्टी से दशमी तक कार्यक्रम कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए होंगे। हर साल कोलकाता के कलाकार दुर्गा मूर्ति बनाने आते थे लेकिन, इस बार कोरोना के कारण नहीं बुलाया गया। इसी कारण कलश स्थापना करके ही दुर्गा मां की स्तुति की जाएगी।

मझोला में छह फीट की दुर्गा मूर्ति

मझोला में सर्वोदय विकास समिति की ओर से दुर्गा पूजा लाइनपार के साईं सेलीब्रेशन में होगी। हर साल दस फीट की दुर्गा मूर्ति यहां पर स्थापित होती थी लेकिन, इस बार कोरोना के कारण यहां भी छह फीट की दूर्गा की मूर्ति स्थापित की जा रही है। महासचिव डॉ.पीके विश्वास ने बताया कि धुनिची नृत्य, संधि पूजा समेत सभी आयोजन होंगे लेकिन, शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा। थर्मल स्क्रीङ्क्षनग, सैनिटाइज, मास्क का वितरण किया जाएगा।

ऐसे होंगे दुर्गा पूजा के कार्यक्रम

22 अक्टूबर को षष्टी पर दुर्गा की मूर्ति व कलश स्थापना करके मां का आह्वान।

23 अक्टूबर को सप्तमी पूजन व धुनिची नृत्य।

24 अक्टूबर को अष्टमी पर पंडालों में संधि पूजा।

25 अक्टूबर नवमी पर हवन-पूजन व धुनिची नृत्य।

26 अक्टूबर को दशमी पर सिंंदूर उत्सव व मूर्ति विसर्जन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.