रविवार से मुरादाबाद व बरेली के बीच बिना इंजन वाली ट्रेन-18 का ट्रायल
ट्रेन-18 के मुरादाबाद पहुंचने पर परीक्षण के लिए आरडीएसओ की टीम आधुनिक उपकरण और कोच के बाहर कैमरा लगाएगी। टीम ने रविवार से ट्रायल शुरू करने की योजना बनाई है।
मुरादाबाद (जेएनएन)। भारत में बनी बिना इंजन वाली हाई-स्पीड ट्रेन-18 का ट्रायल रविवार से होगा। मुरादाबाद मंडल में ट्रेन का ट्रायल करीब सात दिन चलेगा। पीतलनगरी में बिना इंजन वाली ट्रेन-18 का ट्रायल लेने के लिए रिसर्च डिजाइन एंड स्टेंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) की टीम कल पहुंच गई है। रविवार से ट्रायल शुरू होगा। मुरादाबाद रेल मंडल में आठ दिन तक ट्रायल किया जाएगा।
चेन्नई कोच फैक्ट्री में निर्मित आधुनिक और हाई स्पीड ट्रेन-18 का ट्रायल आरडीएसओ लखनऊ की टीम करेगी। आरडीएसओ के अधिशासी निदेशक मुहम्मद काजी व निदेशक परीक्षण प्रशांत सिंह टीम के साथ कल मुरादाबाद पहुंच गए। मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल से मिलकर ट्रेन-18 के ट्रायल को लेकर बातचीत की।
ट्रेन-18 के मुरादाबाद पहुंचने पर परीक्षण के लिए आरडीएसओ की टीम आधुनिक उपकरण और कोच के बाहर कैमरा लगाएगी। टीम ने रविवार से ट्रायल शुरू करने की योजना बनाई है। मुरादाबाद रेल मंडल में दो चरण का ट्रायल किया जाना है, जो आठ दिन में पूरा हो जाएगा।
प्रथम चरण का ट्रायल मुरादाबाद-बरेली के बीच रविवार को सौ किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाएगा। दूसरे चरण का मुरादाबाद से गाजियाबाद के बीच 110 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाएगा। तीसरे व चौथे चरण का ट्रायल दिल्ली रेल मंडल में किया जाएगा। तीसरे चरण का ट्रायल गाजियाबाद-दिल्ली के बीच 120 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से और चौथे चरण का दिल्ली-पलवल के बीच 150 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाना है।
मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि आरडीएसओ की टीम की इच्छा पर निर्धारित मार्ग से हटकर अन्य मार्ग पर भी ट्रायल किया जा सकता है। टीम ने रविवार से ट्रायल शुरू करने की योजना बनाई है। आरडीएसओ की टीम रविवार को बरेली-मुरादाबाद-सहारनपुर रुट पर ट्रायल करेगी।