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बारूद के ढेर पर शहर, बाजार में ही बना दिए आतिशबाजी के गोदाम

रोशनी का त्योहार धूमधाम से मनाएं, लेकिन अपने नन्हें मुन्नों का ख्याल रखें।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 07:27 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 07:27 AM (IST)
बारूद के ढेर पर शहर, बाजार में ही बना दिए आतिशबाजी के गोदाम
बारूद के ढेर पर शहर, बाजार में ही बना दिए आतिशबाजी के गोदाम

मुरादाबाद : रोशनी का त्योहार धूमधाम से मनाएं, लेकिन अपने नन्हें मुन्नों का ख्याल रखें। खुद भी संभल कर पटाखे चलाएं। सम्भल के चन्दौसी बारूद के ढेर पर है। नगर में भरे बाजार आतिशबाजी की बिक्त्री धड़ल्ले से हो रही है। आतिशबाजी की दुकानों में गोदामों की पटाखे भरकर बेचे जा रहे हैं। ऐसे में जरा सी चूक होने पर हादसा हो सकता है। ये है पूरा मामला

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नगर में आतिशबाजी के तीन बड़े विक्त्रेता हैं। कहने को तो इनके आतिशबाजी के गोदाम नगर से सटे गाव कैथल और पथरा में हैं, लेकिन कैथल गेट पर भरे बाजार में इनकी आतिशबाजी की दुकानें हैं। बारहसैनी धर्मशाला के निकट एक आतिशबाजी बेचने वाले की दुकान दूर से ही गोदाम की तरह नजर आती है। सुबह दुकान खुलते ही यहा आतिशबाजी के खरीदारों की भीड़ लग जाती है। कैथल गेट पर ही नाले के निकट आतिशबाजी के दो और थोक विक्त्रेताओं की दुकानें हैं। यहा भी इन दिनों खरीदारों की दिन भर भीड़ लगी रहती है। ऐसे में जरा सी ड्क्षचगारी से बड़ा हादसा कर सकता है। इसके अलावा गली मुहल्लों और अन्य बाजारों में भी आतिशबाजी की छोटी-छोटी दुकानें खुल गई हैं। वहीं दीवाली पर्व सात नवंबर को धूमधाम और श्रद्धा भाव से मनाया जाएगा। दीपावली का त्योहार पंद्रह दिन बाद है। 27 अक्तूबर को करवा चौथ के बाद धनतेरस आदि बड़े पर्व हैं। जिससे नगर के बाजारों में दिन व दिन भीड़ बढ़ रही है, लेकिन आतिशबाजी से कोई दुर्घटना न हो सके। इसके लिए पुलिस प्रशासन के पास कोई तैयारी नहीं है। प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने अभी तक कोई न तो मीड्क्षटग बुलाई है और न ही कोई ठोस रणनीति बनाई है। सड़कों में दब गए हाइड्रेंट,कैसे बुझेगी आग

चन्दौसी : सम्भल जनपद में दमकल विभाग के पास फायर टैंक और स्टाफ पर्याप्त है, लेकिन हाइड्रेंट सड़कों में दब जाने से लुप्त हो गए है। आग लगी तो दमकल पानी के लिए भटकती नजर आएगी। जनपद सम्भल में अग्निशमन विभाग का थाना चन्दौसी, सम्भल और गुन्नौर में है। चन्दौसी में दो फायर टैंकर 2500-2500 लीटर क्षमता के हैं। एक वाटर मिस्ट है जो पानी को भाव बना कर फेंकता है। इसके अलावा एक डीजल पम्प भी है। वहीं सम्भल में दो फायर टैंकर हैं। जिनमें एक टैंकर 6000 लीटर क्षमता और दूसरों 2700 लीटर क्षमता का है। एक डीजल पम्प भी है। इसी क्त्रम में गुन्नौर में 6000 लीटर क्षमता का एक वाटर टैंकर, एक डीजल पम्प है। जनपद सम्भल में अग्निशमन विभाग में स्टाफ की बात करें तो मुख्य अग्निशमन अधिकारी के अलावा दो दारोगा, एक सम्भल में और एक चन्दौसी में है। छह एचसीपी, नौ ड्राइवर, 44 फायर मैन हैं। सवाल है कि यदि जिले में कहीं दो-तीन स्थानों पर एक साथ आग की घटनाएं हो गईं तो दमकल के पसीने छूट जाएंगे। क्योंकि दमकल पर पर्याप्त साधन तो हैं, लेकिन पानी लाने की व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं है। पानी के लिए दमकल को भटकना पड़ सकता है। क्योंकि अधिकतर हाइड्रेंट खराब हालत में हैं। हाइड्रेंट की स्थिति

चन्दौसी में कुल 10 हाइड्रेंट हैं, जिनमें चार खराब हालत में हैं, बिसौली गेट, आवास विकास टंकी के निकट, चुन्नी मुहल्ला और आजाद रोड रोडवेज बस स्टैंड के निकट का हाइडेंट खराब है, जबकि नगर में इन्हीं स्थानों पर दमकल की गाड़ी पहुंच सकती है। नगर की अधिकतर सड़कें और बाजार संकरे हैं। जिससे अग्निशमन वाहन को घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत होगी। पानी के लिए एक मात्र कंपनी बाग का सबमर्सिबल ही सही है। इसी प्रकार गुन्नौर में 0 हाइड्रेंटों में सिर्फ दो हाइड्रेंट ही ठीक हैं। सात हाइड्रेंट खराब हैं। इसी प्रकार सम्भल में भी अधिकतर हाइड्रेंट जमीदोज हो गए और तमाम खराब हालत में हैं। रेलवे क्रासिंग भी बन सकती है बाधा

चन्दौसी: बता दें कि नगर चन्दौसी में अग्निशमन विभाग का थाना मुरादाबाद बाइपास पर गुमथल रोड पर स्थित है। यहा फायर टैंक को शहर में आने के लिए मंडी समिति रेलवे क्त्राड्क्षसग 38बी को क्त्रास करना होता है। इस रेलवे क्त्राड्क्षसग से दिन भर में मालगाड़ी समेत 150 ट्रेनें अप डाउन की गुजरती हैं। जिससे फाटक अधिकतर बंद ही रहता है। जिससे दमकल को फाटक बंद होने पर घटनास्थल तक पहुंचने में देरी हो जाती है। त्योहार पर पूरी है तैयारी : सीएफओ

त्योहार पर आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है, हाइड्रेंटों को चेक कर लिया गया है, रही बात रेलवे फाटक की तो एक फायर टैंक कंपनी बाग में खड़ा किया जाएगा, जिससे शहर में आग की घटना होने पर तत्काल मौके पर पहुंचा जा सके। इसके अलावा आतिशबाजी के थोक व्यापारियों की दुकानें आबादी से हटाने की योजना भी तैयार की गई है, किसी भी हालत में शहर में आतिशबाजी नहीं बिकने दी जाएगी, आतिशबाजी की बिक्त्री के लिए कंपनी बाग में बाजार लगाने की योजना तैयार की जा रही है। जल्दी ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों संग आतिशबाजी दुकानदारों की बैठक बुलाई जाएगी।

प्रताप सिंह, सीएफओ।


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