बिजली दर बढ़ोतरी के खिलाफ किसानों ने तहसील घेरी
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : भारतीय किसान यूनियन ने निजी नलकूप व ग्रामीण क्षेत्र में घरेलू बिजल
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद :
भारतीय किसान यूनियन ने निजी नलकूप व ग्रामीण क्षेत्र में घरेलू बिजली की दर में बढ़ोतरी के खिलाफ तहसील का घेराव किया। नारेबाजी कर सरकार को कोसा और किसान विरोधी बताया। उन्होंने शीघ्र बढ़ी दर वापस न लेने पर बेमियादी आंदोलन की चेतावनी दी।
शुक्रवार को किसान तहसील सदर पहुंचे और समस्याओं के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप था कि किसान वर्षो से दैवीय आपदा का शिकार है। फसलें बर्बाद होने से आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो गई है। शादी और बच्चों की तालीम के लिए भी कर्ज लेना पड़ रहा है। मकान बनाने का सपना भी चकनाचूर हो गया है। इसके बावजूद सूबे की सरकार ने बिजली दर में इजाफा कर दिया है जिससे किसानों की कमर टूट गई। किसान कर्ज के बोझ से दबता चला जा रहा है। सरकार ने नई दर थोप कर और अन्नदाता को और कर्जदार बना दिया है। जिससे उसकी हालत पतली हो गई है। दो जून की रोटी के लिए भी संर्घष करना पड़ रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और सात सूत्री ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। जिसमें बिजली की बढ़ी दर वापस लेने, ट्रैक्टर को एनजीटी से मुक्त करने, घोषणा पत्र के अनुसार 50 फीसद मुनाफा जोड़कर फसलों का दाम तय करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम में उत्पाद खरीदने को अपराध घोषित करने की मांग की। आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग भी की गई है। माखन सिंह, रामबाबू सिंह, रामकरन सिंह, चंद्र विजय सिंह, ओमवीर सिंह, यशपाल पहलवान, रणधीर सिंह, ऋषिपाल सिंह, इसरार अहमद, हरपाल सिंह मौजूद थे।