धरने को लेकर आमने सामने किसान व प्रशासनिक अफसर
मुरादाबाद मंगलवार को कलक्टेट पर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) में दूसरे दिन भी अनिश्चि
मुरादाबाद : मंगलवार को कलक्टेट पर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) में दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठकर गरजे। धरने में ही भोजन बनाया, आराम फरमाया और नारेबाजी की। रात में ही धरना स्थल पर ही सो रहे हैं। मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ने वाले किसानों ने प्रशासनिक अफसरों की बेचैनी किसानों ने बढ़ा दी है। कलक्ट्रेट परिसर के भीतर धरना देने को लेकर प्रशासनिक अफसर व किसानों में टकराव की स्थिति आ गई। कलक्ट्रेट परिसर में धरने को लेकर एडीएम प्रशासन लक्ष्मी शंकर सिंह ने नोटिस चस्पा कर दिया है कि मुशायरा ग्राउंड धरना स्थल नहीं है। आगाह किया है कि धरना स्थल कलक्ट्रेट के बाहर है। वहीं पर धरना दें। अगर कोई कार्रवाई होती है तो खुद जिम्मेदार होंगे। वहीं किसानों ने इस चेतावनी पर पलटवार किया है कि चाहे लाठीचार्ज करवा दो हम मुशायरा ग्राउंड में ही धरना देंगे। किसानों ने गन्ना मूल्या 450 रुपये प्रति कुंतल करने, किसानों के बकाया भुगतान का आठ करोड़ रुपये ब्याज की धनराशि के दिलवाने, गन्ना नियंत्रण कानून से ब्याज समाप्त करने की धारा को बिना शर्त समाप्त करने, धान क्रय केंद्रों किसानों की ही खरीद की जाए तथा मक्का व बाजरे के भी क्रय केंद्र खोले जाएं।
प्रदेश महासचिव नौ सिंह ने कहा कि धरने में कहा कि किसानों का उत्पीड़न केद्र सरकार से लेकर गन्ना मिले और प्रशासन कर रहा है। उन्होंने का बिजली के झूठे मुकदमों में किसानों को फंसाया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसानों को अन्नदाता कहने वाली सरकार किसानों का उत्पीड़न करेगी तो किसान आंदोलन पर मजबूर होगा। इसीलिए अनिश्चित धरने पर बैठे हैं। जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि किसानों से फिक्स चार्ज के आधार पर बिना मीटर बिल लिया जाए। बेसहारा गौवंश फसलें नष्ट कर रहे हैं। इनको पकड़कर गोशाला में रखा जाए। समस्याओं का समाधान न होने पर आंदोलन जारी रहेगा। धरने में राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैट, ऋषिपाल सिंह, दीपक चौधरी, धर्मेश सिंह, सियाराम यादव, अंकुर चौधरी, नरेंद्र प्रताप सिंह, महेंद्र सिह, विजेंद्र सिंह, त्रिमल सिंह, नन्हू सैनी समेत अन्य मौजूद रहे।