Farm Bill : कृषि विधेयक पर किसानों ने कही बड़ी बात, बोले- सरकार को स्पष्ट करनी चाहिए लाभ की स्थिति
Farm Bill किसान रविन्द्र सिंह बालियान का कहना है कि किसानों के गन्ना मूल्य पर कोई विचार निर्धारित नही हैं। कृषि विधेयक पास होने से गरीब कृषक को परेशानी होगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। संसद में पास हुए कृषि विधेयक को लेकर विपक्ष के साथ ही भाजपा के सहयोगी दल भी विरोध के स्वर बुलंद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं इस विधेयक को किसानों के हित में बताया है। जबकि विपक्ष के नेताओं का कहना है कि इन विधेयक के पास होने से कारपोरेट सेक्टर का किसानों की खेती पर राज हो जाएगा।
जिले के किसान भी कृषि विधेयक को लेकर अपनी राय व्यक्त की है। किसानों का कहना है कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि किसानों को कैसे लाभ मिलेगा। अभी तक इस विधेयक को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही है। जिसमें यह कहा जा रहा है कि नए विधेयक से किसानों की खेती छिन जाएगी। उनकी फसल और खेतों में बड़े-बड़े उद्योगपतियों का राज होगा। जबकि कुछ किसानों का कहना है कि सरकार अगर फसल बेचने का अधिकार किसानों को सौंप देती है,तो इससे बेहतर और क्या हो सकता है। अभी तक सरकार के तय रेट पर किसान अपनी फसल बेचता है,लेकिन नए विधेयक में किसान को यह अधिकार होगा कि वह अपनी फसल कहीं पर भी जाकर बेच सकता है। ऐसे में अगर मुरादाबाद का किसान दिल्ली में जाकर अपनी फसल की बिक्री करेगा तो उसे वहां पर बेहतर दाम मिलेंगी। अभी सरकारी बंदिशों के कारण किसान को अपने जनपद में ही फसल बेचनी पड़ती है,या फिर बिचौलियों की मदद से बिक्री होती है। सरकार किसानों के सामने विधेयक से संबंधित सभी जानकारियों को साझा करना चाहिए। ताकि किसानों को भी इस विधेयक की अच्छाई और बुराई के बारे में पता चल सके। सरकार द्वारा पास विधयेक से किसान अब तक मुरादाबाद ,सम्भल या चन्दौसी की मंडी तक ही समिति था , परन्तु किसान अपनी पसंदीदा औऱ अधिक मूल्य देने बाली मंडी पर क्रय विक्रय कर सकेगा। किसान फ़रमान गांव चतीपुर ााक कहना है कि विधेयक पास करके सरकार किसानों को भटकना चाहती हैं , खादर अंचल में आई बाढ़ से किसान अभी हताहत हैं।