मुरादाबाद में रामगंगा नदी में डाल दिया जहर, मरने लगीं मछलियां तो दौड़े अधिकारी Moradabad News
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने रामगंगा में मछलियों को मारने की शुरू की जांच। लखनऊ आइआइटीआर में जांच के लिए भेजी जाएंगी मृत मछलियां।
मुरादाबाद, जेएनएन। रामगंगा के पानी में अचानक सैकड़ों की संख्या में मछलियों के मरने से हड़कंप मच गया। बीते एक माह से लॉकडाउन के चलते रामगंगा का पानी स्वच्छ हो गया था, इसके बाद भी मछलियों के मरने से विभागीय अधिकारी हैरान हैं। आनन-फानन में सैंपल लेने के लिए टीम पहुंची। लेकिन पानी के सैंपल में कोई कलर नहीं मिलने पर अधिकारियों ने जहर देकर मछलियों को मारने की बात कही है।
यह है पूरा मामला
सोमवार को दोपहर करीब एक बजे अचानक चक्कर की मिलक के पास रामगंगा के पानी में मछलियां ऊपर तैरने लगीं, जिन्हें देखते ही लोग मछलियों को पकडऩे के लिए दौड़ पड़े। बड़ी संख्या में लोगों ने पानी के ऊपर तैर रहीं मछलियों को पकड़ा तो पता चला कि वह सभी मृत हैं। कुछ ही देर में रामगंगा किनारे मरी मछलियों का ढेर लग गया। मामले की जानकारी होने पर पुलिस ने प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के साथ ही मौके से लोगों को हटाने की कार्रवाई की। विभागीय टीम ने चक्कर की मिलक से लेकर कटघर पुल तक पानी के सैंपल लेकर जांच की, लेकिन पानी में फैक्ट्री या नालों से बहने वाला कलर नहीं मिला। अक्सर इसी कलर की वजह से पानी में घुलित ऑक्सीजन की मात्रा घट जाती है,जिससे मछलियां मर जाती हैं। लेकिन जो सैंपल लिए गए उसमें कलर की मात्रा नहीं मिलने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने पानी में जहर मिलाए जाने की बात कहने के साथ ही जांच कराने की बात कही है।
लखनऊ में आइआइटीआर में होगी जांच
रामगंगा में जो मछलियां मरी हैं,उनकी जांच कराने का निर्णय लिया गया है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मछलियों को जांच के लिए लखनऊ स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट टॉक्सीलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भेजा जाएगा। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके किस जहर से मछलियों को मारने की कोशिश की गई है।
मछलियां पकड़ रहे लोगों को पुलिस ने दौड़ाया
मछलियां पकडऩे को रामगंगा किनारे भीड़ जुटने की जैसे ही पुलिस को जानकारी मिली वैसे ही पुलिस ने वहां पहुंचकर लाठियां फटकार लोगों को भगा दिया।
एक माह से लॉकडाउन के चलते रामगंगा का पानी स्वच्छ हो गया है। इस समय फैक्ट्रियों का गंदा पानी में भी नहीं जा रहा है। बारिश के चलते रामगंगा का जलस्तर भी बढ़ गया है। इसके बाद भी मछलियां मरने की सूचना से सभी परेशान हैं। जांच में पानी में कोई कलर नहीं मिला है। मछलियों को मारने के लिए पानी में जहरीला पदार्थ डाला गया है। पानी के साथ ही मछलियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
-अजय शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी।